अद्भुत प्रभाव है गायत्री मंत्र का: महंत राज गिरी
गायत्री जयंती एक जून के अवसर पर मां कामाक्षी दरबार कमाही देवी में तपोमूर्ति महंत राज गिरी ने कहा कि मां गायत्री वेदमाता भी पुकारी जाती हैं।
संवाद सहयोगी, दातारपुर : गायत्री जयंती एक जून के अवसर पर मां कामाक्षी दरबार कमाही देवी में तपोमूर्ति महंत राज गिरी ने कहा कि मां गायत्री वेदमाता भी पुकारी जाती हैं। धार्मिक दृष्टि से गायत्री उपासना सभी पापों का नाश करने वाली, आध्यात्मिक सुखों से लेकर भौतिक सुखों को देने वाली मानी गई है। महंत ने कहा कि गायत्री साधना में गायत्री मंत्र का महत्व है। इस मंत्र के चौबीस अक्षर न केवल 24 देवी-देवताओं के स्मरण के बीज हैं, बल्कि ये बीज अक्षर वेद, धर्मशास्त्र में बताए अद्भुत ज्ञान का आधार भी हैं। उन्होंने कहा कि वेदों में गायत्री मंत्र के जप से आयु, प्राण, प्रजा, पशु, कीर्ति, धन व ब्रह्मचर्य के रूप में मिलने वाले सात फल बताए गए हैं। महंत ने कहा असल में गायत्री मंत्र ईश्वर का चितन, ईश्वरीय भाव को अपनाने और बुद्धि की पवित्रता की प्रार्थना है। इस अवसर पर डॉ. रविंदर सिंह, राजिदर मेहता व अजय शास्त्री मौजूद रहे।