कोरोना से प्रभावित हुआ शराब का कारोबार, 40 फीसद सेल घटी
कोरोना ने जिले में शराब के कारोबार को काफी प्रभावित किया है।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर: कोरोना ने जिले में शराब के कारोबार को काफी प्रभावित किया है। पिछले साल के मुकाबले इस साल कोरोना ने शराब की बिक्री पर लगभग चालीस से पचास फीसद फर्क डाला है। जिले में कर्फ्यू के बाद से ही ठेकेदारों ने डिमांड की थी कि शराब पर लगने वाली एक्साइज ड्यूटी कर्फ्यू के दिनों में माफ की जाए क्योंकि कर्फ्यू सरकार का फैसला था। इसी कारण जब सात मई को ठेके खोलने के आदेश तो ठेकेदार ठेके खोलने से मना कर गए थे और बाद में आश्वासन के बाद 13 मई तक धीरे-धीरे ठेके खोले गए थे। ठेकेदारों की डिमांड पर सरकार ने अब यह फैसला लिया है कि उन्हें एक्साइज ड्यूटी में रियायत दी जाएगी और यह साल सात मई से शुरू किया जाएगा। इस बार शराब कारोबारियों का साल के होगें 330 दिन
जानकारी देते हुए ईटीओ हनुमंत कुमार ने बताया कि शुरू-शुरू में कुछ परेशानी आई थी लेकिन बाद में मीटिग की गई थी, जिसमें शराब कारोबारियों की डिमांड पर विचार किया गया था ताकि उन्हें कुछ राहत मिल सके। सरकार क्या फैसला लिया है लेकिन अभी नोटिफिकेशन जारी नहीं हुआ है। इस बार शराब कारोबारियों के लिए इस साल का पीरियड 330 दिन का रखा गया है क्योंकि 36 दिन तक कर्फ्यू लगा रहा है।यानी कोरोना के कारण सेल पर पड़ा बुरा असर
कोरोना के कारण कारोबार ठप हो गए। यानी यूं कहें कि बिजनेस आधा रह गया है। शराब कारोबारी केडी खोसला ने बताया कि पिछले साल के मुकाबले इस बार वित्तीय बोझ बड़ा है लेकिन सेल प्रभावित हुई है। अभी अभी उम्मीद है कि आने वाले दो तीन माह तक यह पटरी पर नहीं आएगा। चूंकि अधिक से ज्यादा प्रवासी गांव लौट चुके हैं और वह काफी मात्रा में शराब के खरीददार हैं। सरकार ने चाहे हमें राहत देने का फैसला किया है लेकिन अभी तक कोई नोटिफिकेशन जारी नहीं किया है। न ही पहले नौ दिनों के पैसे वापस किए हैं। अब देखना यह है कि सरकार आखिर कब नोटिफिकेशन जारी करेगी। सबकी निगाहें सरकार की नोटिफिकेशन पर डटी हुई हैं। उसी से कुछ राहत की उम्मीद है। रेस्टोरेंट, मैरिज पैलेस व होटल इंडस्ट्री भी अभी बंद
चाहे सरकार ने कुछ ढील दी है लेकिन अभी तक पूरी तरह से होटल इंडस्ट्री, रेस्टोरेंट व मैरिज पैलेस व अहाते बंद है जहां पर सीधे तौर पर शराब की खपत होती है। इन सेक्टरों में खपत न होने से भी बिक्री घटी है। अब केवल डायरेक्ट कस्टमर ही हैं वह भी केवल शाम सात बजे तक। यानी कुल मिलाकर जो ग्राहक शाम को ठेके पर मूव करता था वह खत्म हो गया।राहत इस बात की है कि सरकार ने इस बार 330 दिन का साल कर दिया है जो राहत की बात है।