खुद 'अंधी' ओवरब्रिज की लाइटें, क्या देंगी दूसरों को उजाला
मुकेरियां रेलवे लाइन पर बने ओवरब्रिज पर लगी लाइटें न जलने के कारण दिखावा बनकर रह गई हैं।
सचिन शर्मा, मुकेरियां
मुकेरियां रेलवे लाइन पर बने ओवरब्रिज पर लगी लाइटें न जलने के कारण दिखावा बनकर रह गई हैं। दिन ढलते ही पुल पर गहरा अंधेरा हो जाता है, जो आए दिन हादसों का कारण बनता है। लगता है कि सरकार एवं प्रशासन का इसकी और कोई ध्यान नहीं हैं।
जिला होशियारपुर के आखिरी गांव नौशहरा पत्तन के पास से गुजरते ब्यास दरिया पर ब्रिज बनाया गया। जिससे कई जिलें जुड़े हुए हैं जिसमें गुरदासपुर व अमृतसर शामिल हैं। लोगों को आने जाने के लिए बड़ी सहूलियत मिली ब्यास दरिया पर पुल बनने के बाद ट्रैफिक बहुत बढ़ गई। जम्मू-कश्मीर से आने-जाने वाले ट्रक आदि भी चढ़ाई एवं वैरियर से पैसे बचने के लिए इसी रास्ते से गुजरते हैं, हैरत की बात तो यह है कि ब्यास दरिया पर बने ओवर ब्रिज पर लगी लाइटें भी अभी तक नहीं चली जो एक बड़ी समस्या है। इस रोड पर ट्रैफिक बहुत ज्यादा होने के चलते मुकेरियां के मोहल्ला गुरदेव पुर के नजदीक बने रेलवे फाटक को ट्रेनों के आते-जाते समय बंद करने पड़ता। जिसके चलते लोग कई कई घंटों जाम में फंसे रहते इस गंभीर समस्या को देखते हुए तत्कालीन पंजाब सरकार एवं रेलवे विभाग ने सहयोग से 2011 में नींव पत्थर रखा 2015 में ओवर ब्रिज बनाकर लोगों को सुपुर्द किया कुछ समय पुल पर लगी लाइटें चली अब करीब साढ़े पांच वर्ष के लंबे समय के बाद भी लाइटें बंद पड़ी है। क्षेत्रवासियों राहगीरों की पुरजोर मांग है, कि मुकेरियां गुरदासपुर रोड पर रेलवे लाईन पर बने पुल की लाइटें जलाई जाए। ताकि लोग दुर्घटनाएं से बच सकें।
इस संबंधी नगर कौंसिल मुकेरियां के ईओ करमिदर पाल सिंह से बात की तो, उन्होंने कहा इन बंद पड़ी लाइटों को चेक करवा कर जल्द चालू करवाया जाएगा।