चीन दुनिया को कर रहा गुमराह: कमल चौधरी
कोरोना वायरस कुदरत का कहर नहीं बल्कि चीन की सोची समझी साजिश है।
जेएनएन, होशियारपुर : कोरोना वायरस कुदरत का कहर नहीं, बल्कि चीन की सोची समझी साजिश है। जिसके लिए अमेरिका की ओर से उसके खिलाफ की जा रही कार्रवाई का भारत को समर्थन करना चाहिए। यह बात डिफेंस कमेटी के पूर्व चेयरमैन स्क्वाड्रन लीडर कमल चौधरी ने कही। उन्होंने कहा कि चीन दुनिया को गुमराह करने के लिए यह बता रहा है कि कोरोना वायरस बुहान की मीट मार्केट से फैला।
चीन ने कोरोना वायरस के फैलने की सूचना दुनिया को पिछले साल 31 दिसंबर को दी। जबकि सच्चाई यह है कि चीन में कोरोना वायरस सितंबर माह से पहले फैल चुका था। क्योंकि 18 सितंबर को चीन की एक एयरपोर्ट पर इसकी मॉक ड्रिल की गई थी। जिससे साफ है कि चीन में सितंबर से पहले ही कोरोना ने अपने पैर पसार लिए थे। क्योंकि सितंबर में एयरपोर्ट पर एक यात्री को सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत मिली थी। जिस पर वहां पहुंचे इमरजेंसी सुरक्षा दल ने पीपीई किट पहनी हुई थी। जबकि चीन दुनिया को यह बताता रहा कि कोरोना वायरस का पहला मरीज 55 वर्षीय एक महिला दिसंबर में सामने आई थी। चीन ने सितंबर में इसकी जानकारी इसलिए नहीं दी, क्योंकि वह अक्टूबर में विश्व मिलिट्री खेलें अपने देश में करवाना चाहता था। इन खेलों में 140 देशों के 10 हजार एथलीटों ने भाग लिया। जिससे यह वायरस दूसरे देशों में फैल गया। अमेरिका में इससे भारी तबाही हुई। चौधरी ने कहा कि अमेरिका का साथ फ्रांस, ब्रिटेन, जर्मन आदि देश दे रहे हैं। भारत को भी उनका साथ देना चाहिए, जो लोग इंसानी जीवन की कदर नहीं करते उनके खिलाफ डटकर खड़ा होना समय की जरूरत है।