लोगों के हक के लिए लड़ रहे शिवम की भूख हड़ताल दूसरे दिन भी रही जारी
ह्यूमन राइट प्रोटक्शन फ्रंट के राष्ट्रीय उपप्रधान शिवम शर्मा द्वारा शुक्रवार को शुरू की गई भूख हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही।
संवाद सहयोगी, तलवाड़ा : तलवाड़ा में स्वास्थ्य सेवा के बदहाल सिस्टम को सुधारने तथा मेडिकल कॉलेज या फिर पीजीआइ सेटेलाइट सुविधा से बीबीएमबी अस्पताल को जोड़ने की मांग के समर्थन ने अपनी आवाज बुलंद करने वाले तलवाड़ा के युवा तथा ह्यूमन राइट प्रोटक्शन फ्रंट के राष्ट्रीय उपप्रधान शिवम शर्मा द्वारा शुक्रवार को शुरू की गई भूख हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही।
शिवम ने शुक्रवार को सेक्टर-2 श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर के सामने वाले ग्राउंड में अपना अनिश्चिकालीन अनशन शुरू किया था। इस अवसर संत समाज की तरफ से बावा लाल दयाल दातारपुर के महंत श्री रमेश दास शास्त्री जी, कामाक्षी देवी मंदिर के महंत राजगिरी जी महाराज, शिबोथान हिमाचल के महंत श्री सतीश वत्स जी, बुडाबढ़ से महंत गौरव जी ने आशीर्वाद देकर उसे भूख हड़ताल पर बैठाया था। कामाक्षी देवी धाम के महामंडलेश्वर 1008 महंत राजगिरी महाराज ने कहा कि सेहत सुविधा देना सरकार का काम है। शिवम शर्मा ने जो मांग की है वह लोगों की सुविधा के लिए है न कि किसी व्यक्ति विशेष के लिए है।
महंत सतीश बत्स ने कहा कि अस्पताल की दुर्दशा के लिए जनता भी जिम्मेदार है जो इतने दिन से चुप रही है। महंत रमेश दास शास्त्री ने इस अवसर पर कहा कि अपने हक के लिए लड़ना कोई बुरी बात नहीं है क्योंकि जब तक हम सरकार के आगे अपनी मांग नहीं रखेंगे तो हमें कोई सुविधा नहीं मिल सकती।
शिवम शर्मा एक सामाजिक कार्य कर रहा है, यह कोई सियासी कार्य नहीं है इसलिए हमें शिवम शर्मा का सहयोग करना चाहिए। इस अवसर पर सनातन धर्म सभा के महासचिव तिलक राज शर्मा, राजपूत सभा के सुखवंत राणा, अनिल भाटिया, समाज सेवक नरिदर पप्पू ठाकुर, कैप्टन रणजीत सिंह कांगड़ा, प्रेम कुमार दातारपुर, रणवीर सिंह भावनौर, राजन शर्मा, सुरजीत लक्की, अवतार सिंह हाजीपुर, केके भार्गव, एटक यूनियन के मदन लाल, महिला शक्ति समेत सभी ने शिवम शर्मा का समर्थन किया। मानव जागृति मिशन के संयोजक अश्वनी चड्ढा ने मंच संचालन करते हुए अपने संबोधन में कहा कि लोगों शिवम शर्मा के इस आंदोलन से जुड़ना चाहिए। स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर करना पड़ रहा संघर्ष
हड़ताल के दूसरे दिन आज शिवम ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि स्वास्थ्य सुविधा के नाम पर आज संघर्ष करना पड़ा रहा है और उससे भी बड़े दुख की बात है कि लोगों के हक के लिए आवाज उठाने के दावे करने वाले आज भी गायब हैं और वह इस जनकल्याण के काम को भी सियासी रंग देने में जुटे हुए हैं। उन्होंने कहा कि किसी के होने न होने पर कोई फर्क नहीं पड़ता। लोगों को उनका हक मिलना चाहिए। उनके साथ आम जन खड़ा है संतों का आशीर्वाद उनके साथ है फिर डर किस बात का। जब तक सरकार मांग नहीं मानती तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी।