पुलिस को उलझाने के लिए नवाब ने अपने ही गुट के राणा को मारी थी गोली
3 जनवरी को होटल रॉयल प्लाजा में बंटी व उसके साथियों द्वारा कमांडेंट नरेश डोगरा और नायब तहसीलदार मनजीत ¨सह किए हमले के दो आरोपित अजय राणा उर्फ गांधी पुत्र जो¨गदर राणा गांव बडला व नवाब हुसैन पुत्र अली हुसैन निवासी होशियारपुर की मुश्किलें बढ़ गई हैं।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : 3 जनवरी को होटल रॉयल प्लाजा में बंटी व उसके साथियों द्वारा कमांडेंट नरेश डोगरा और नायब तहसीलदार मनजीत ¨सह किए हमले के दो आरोपित अजय राणा उर्फ गांधी पुत्र जो¨गदर राणा गांव बडला व नवाब हुसैन पुत्र अली हुसैन निवासी होशियारपुर की मुश्किलें बढ़ गई हैं। मामले में नया मोड़ आया है। सदर पुलिस ने होटल के पार्टनर विवेक कौशल के बयान के आधार पर उक्त दोनों आरोपितों के खिलाफ हमले की साजिश में शामिल होने व इस दौरान मामले में पुलिस को उलझाने के लिए नवाब द्वारा राणा को गोली मार कर झूठा पर्चा दर्ज करवाने के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस ने आरोपितों पर असलहा एक्ट भी लगाया है, जो गैर जमानती मामला है। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस अब दोनों आरोपितों की दोबारा गिरफ्तारी कर सकती है। पहले इस मामले में नवाब व राणा के आत्मसमर्पण करने के बाद कोर्ट से जमानत ले ली थी लेकिन अब इस मामले ने उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं, क्योंकि असलहा एक्ट के तहत दर्ज मामले में जमानत का प्रावधान नहीं है। सूत्रों की मानें तो पुलिस ने आरोपितों की दोबारा गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी है।
गौरतलब है कि 3 जनवरी रात होटल रॉयल प्लाजा से पार्टी से निकल रहे पुलिस ट्रे¨नग सेंटर फिल्लौर के कमांडेंट नरेश डोगरा व नायब तहसीलदार मंजीत ¨सह पर होटल के मालिक विश्वनाथ बंटी व उनके साथियों ने हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया है। झगड़े का कारण पुरानी रंजिश बताई जा रही थी लेकिन इस दौरान बंटी ने आरोप लगाया था कि हमला उन्होंने बल्कि नरेश डोगरा ने किया था और इस दौरान उनके गोलियां चलाई थी जिस कारण उनके दो साथी गोली चलने से घायल हो गए थे। जिन्हें उन्होंने जालंधर के अस्पताल में दाखिल करवाया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी जे इलनचेलियन ने खुद जाकर होटल में जांच की थी। लेकिन बाद में इस मामले में बनाई गई सिट ने यह साफ किया था कि गोली मौके पर चली ही नहीं है, जो बाद में आरोपियों ने अपने आप चलाई थी ताकि उल्टा पर्चा दर्ज करवाया जा सके। इस मामले की जानकारी देते हुए कमांडेंट नरेश डोगरा ने अपने व अपने साथियों के ऊपर हुए हमले को लेकर थाना सदर पुलिस को बयान दर्ज करवाते हुए बताया था कि नायब तहसीलदार के बेटे का कनाडा का वीजा लगा था और इसी खुशी में नायब तहसीलदार मंजीत ¨सह ने होटल रायल प्लाजा में पार्टी रखी थी। 3 जनवरी की रात साढ़े नौ बजे के करीब वह सभी निकल रहे थे और होटल परिसर में ही विश्वनाथ बंटी ने अपने साथियों के साथ उन पर जानलेवा हमला कर दिया था। इस हमले में वह, नायब तहसीलदार मंजीत ¨सह, होटल का पार्टनर विवेक कौशल विक्का और उनका गनमैन जख्मी हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में कमांडेंट डोगरा के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया था। नवाब पहलवान व अजय राणा ने किया था सरेंडर
मामला दर्ज होने के बाद बंटी गुट के नवाब पहलवान व अजय राणा ने बाद में सरेंडर कर दिया था और पुलिस ने इस दौरान उन्हें अदालत में पेश कर 16 जनवरी तक रिमांड पर लिया था और बाद में उन्हें जेल भेज दिया था। इस दौरान नवाब पहलवान व अजय राणा ने अदालत में जमानत के लिए याचिका दायर करवाई थी और बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। लेकिन यह मामला दर्ज होने के बाद नवाब व राणा की फिर गिरफ्तार हो सकते हैं। गिरफ्तारी के बाद होगी पूछताछ : केवल ¨सह
इंस्पेक्टर केवल ¨सह ने बताया कि सिट ने जो रिपोर्ट दी है जो गोली चलने का मामला है उसमें अभी तक बंटी, मन्नू पहलवान, बब्बू पहलवान, अरुण अग्निहोत्री, संदीप शर्मा का होना न होना साफ नहीं हो पाया है। इस मामले में आरोपितों से पूछताछ की जाएगी। केवल ¨सह ने बताया कि इस मामले में आरोपितों की गिरफ्तारी के बाद पूछताछ की जाएगी। यदि कोई मामला सामने आता है, बाकी आरोपितों पर भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने बताया कि इस मामले में वह भी हथियार बरामद किया जाएगा जिससे गोली चलाई गई थी। उसके पास सारा मामला साफ हो जाएगा।