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कुदरत को बचाना है तो लगाने होंगे अधिक से अधिक पौधे : हरिदर सिंह

श्री गुरु गोबिद सिंह जी का प्रकाश पर्व गुरुद्वारा सिह सभा में बहुत श्रद्धा और खुशी से मनाया गया। इस शुभ अवसर की पृथ्वी वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष हरिदर सिंह ने संगत को बधाई दी।

By JagranEdited By: Published: Fri, 22 Jan 2021 06:19 PM (IST)Updated: Sat, 23 Jan 2021 05:28 AM (IST)
कुदरत को बचाना है तो लगाने होंगे अधिक से अधिक पौधे : हरिदर सिंह
कुदरत को बचाना है तो लगाने होंगे अधिक से अधिक पौधे : हरिदर सिंह

जागरण टीम, होशियारपुर : श्री गुरु गोबिद सिंह जी का प्रकाश पर्व गुरुद्वारा सिह सभा में बहुत श्रद्धा और खुशी से मनाया गया। इस शुभ अवसर की पृथ्वी वेलफेयर सोसायटी के अध्यक्ष हरिदर सिंह ने संगत को बधाई दी। हरिदर सिंह ने कहा कि वातावरण और कुदरत का जीवन में बहुत ज्यादा महत्व है। प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखना बहुत जरूरी है। जैसे-जैसे पेड़ों और जंगलों की कटाई हो रही है, वैसे वैसे मनुष्य अपनी तबाही की तरफ जा रहा है। नदियों का पानी दिन प्रतिदिन प्रदूषित हो रहा है। भारत की कई नदियों इतनी प्रदूषित हो गई हैं कि इनका पानी पीने लायक नहीं रह गया। इनमें मछलियां तक जीवित नहीं रह पाती हैं। इसलिए नदियों में कचरा न फेंके। प्लास्टिक के लिफाफों का उपयोग रोका जाए। क्योंकि, यह लिफाफे अकसर सालों साल नहीं गलते, न ही किसी और काम के रहते हैं। कपड़े के बने थैलों का उपयोग करना चाहिए। पक्षियों के लिए भी पेड़ों का रहना बेहद जरूरी है। हर परिवार को साल में कम से कम 10 पौधे लगाने चाहिए। जीवन के हर अवसर को यादगार बनाने के लिए पौधारोपण करें। मनुष्य जाति में कई बीमारियां जंगली जीवों के संपर्क में आने से हुई। जैसे-जैसे जंगल छोटे होते जा रहे हैं वैसे वैसे मनुष्य और जंगली जीवों की दूरी कम हो रही है। यही कारण है कि जंगली जीवों की बीमारियों का संक्रमण मनुष्यों में फैल रहा है। प्रकृति को बचाए रखना हम सभी की जिम्मेदारी है। हम सभी को मिलकर वातावरण को स्वच्छ रखने व पर्यावरण की संभाल के लिए प्रयत्न करते रहना चाहिए। हो सके तो बच्चों को पर्यावरण के प्रति जरूर जागरूक करें ताकि वह भी वातावरण के संरक्षण के लिए आगे आएं। आखिरकार वहीं हमारा भविष्य है।

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