Move to Jagran APP

शहरनामा, होशियारपुर

छुटभैय्या नेता ने जेब कर ली गर्म सत्ता के नशे में चूर छुटभैय्या नेता अपनी जेब गर्म करने के लिए मशहूर होते हैं। खास करके उनके पुलिस महकमे में ज्यादा दाल गलती है। थाने में जाकर चायपान भी करते हैं और जेब गर्म करने का नायाब हथकंडा भी अपना लेते हैं। पिछले दिनों सत्ताधारी नेता से संबंध रखने वाले एक छुटभैय्या नेता जी अपनी जेब गर्म कर ली। ऐसा कारनामा उन्होंने एक थाने से काम करवाने के बदले में किया। हुआ यूं की कि शहर से संबंधित एक थाने में एक मामला फंसा था। पार्टी छुटभैय्या नेता जी के पास पहुंच गई। फिर क्या था, उनके लिए मानों यह पार्टी सोने का अंडा देने वाली मुर्गी है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 23 Sep 2018 06:38 PM (IST)Updated: Sun, 23 Sep 2018 06:38 PM (IST)
शहरनामा, होशियारपुर
शहरनामा, होशियारपुर

छुटभैय्या नेता की जेब गर्म

loksabha election banner

सत्ता के नशे में चूर छुटभैय्या नेता अपनी जेब गर्म करने के लिए मशहूर होते हैं। खास करके उनकी पुलिस महकमे में ज्यादा दाल गलती है। थाने में जाकर चायपान भी करते हैं और जेब गर्म करने का नायाब हथकंडा भी अपना लेते हैं। पिछले दिनों सत्ताधारी नेता से संबंध रखने वाले एक छुटभैय्या नेता ने अपनी जेब गर्म कर ली। ऐसा कारनामा उन्होंने एक थाने से काम करवाने के बदले में किया। हुआ यूं कि शहर से संबंधित एक थाने में एक मामला फंसा था। पार्टी छुटभैय्या नेता जी के पास पहुंच गई। फिर क्या था, उनके लिए मानों यह पार्टी सोने का अंडा देने वाली मुर्गी है। नेता जी थाने पहुंचे और वहां पर अपना परिचय देते हुए काम करने की नसीहत दी। हालांकि यह काम थोड़ा पेचीदा था, लेकिन अब सवाल था कि छुटभैय्या नेता जी बार-बार मुलाजिम पर प्रेशर बना रहे थे। यहां पर तो उनका चेहरा सेवा का था, लेकिन काम करवाने की एवज में पार्टी से उन्होंने पैसे ऐंठ लिए। खैर चलो, उनके दवाब में आकर थाने में काम हो गया, लेकिन मुलाजिम के पैरों तले जमीन उस समय सरक गई, जब उसे मालूम पड़ा कि नेता जी ने उसके नाम पर 15 हजार हजम कर लिए हैं। चूंकि आग लगी थी, तो धुआं उठना भी स्वाभाविक था। अब, मुलाजिम को ¨चता होने लगी कि जेब गर्म हुई है नेता जी की और मुफ्त में बदनामी हो रही है उनकी। फिर, उसने उस पार्टी को बुलाकर कहा कि मुलाजिम ने कोई पैसे नहीं लिए हैं। ना ही उनका माया के इस खेल से कोई नाता है। यह सुनकर पार्टी भी हक्का-बक्का रह गई कि नेता जी तो बड़े कमाल के निकले। अब, हो भी क्या सकता था। मुलाजिम ने अपने बचाव के लिए पार्टी से एफीडेविट ले लिया है। अगर कभी जरूरत पड़ी, तो वही हथियार बनकर खड़ी होगी। थाने के मुखी भी इस बात से बेहद आहत हैं। उन्होंने सभी मुलाजिमों को आदेश दे दिया है कि भविष्य में उस छुटभैय्या नेता को मुंह ना लगाया जाए।

-हजारी लाल।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.