Move to Jagran APP

झगड़े में नहीं चली कोई गोली, बंटी गुट ने तोड़ी थी कमांडेंट की गाड़ी

3 जनवरी को होटल रॉयल प्लाजा में बंटी व उसके साथियों द्वारा कमांडेंट नरेश डोगरा व नायब तहसीलदार मनजीत ¨सह पर किए हमले की एक और वीडियो वायरल हो गई है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 14 Feb 2019 01:06 AM (IST)Updated: Thu, 14 Feb 2019 01:06 AM (IST)
झगड़े में नहीं चली कोई गोली, बंटी गुट ने तोड़ी थी कमांडेंट की गाड़ी
झगड़े में नहीं चली कोई गोली, बंटी गुट ने तोड़ी थी कमांडेंट की गाड़ी

जागरण संवाददाता, होशियारपुर : 3 जनवरी को होटल रॉयल प्लाजा में बंटी व उसके साथियों द्वारा कमांडेंट नरेश डोगरा व नायब तहसीलदार मनजीत ¨सह पर किए हमले की एक और वीडियो वायरल हो गई है। इस वीडियो में यह साफ हो गया है कि कमांडेंट नरेश डोगरा के साथ मारपीट के बाद बंटी गुट ने उनकी गाड़ी के साथ तोड़फोड़ की थी। वीडियों में यह भी सामने आया है कि जब कमांडेंट का गनमैन व ड्राइवर गाड़ी वापस लेकर जाने लगते हैं तो बंटी गुट के लड़के मारपीट करने के लिए गाड़ी के पीछे गालियां देते हुए भागने लगते हैं।

loksabha election banner

यह सच किसी के सामने खुला नहीं था। वीडियो में फर्श पर कांच की बोतलें बिखरी हुई हैं और कुछ लड़के उनके पीछे भाग रहे हैं। एक हमलावर गाड़ी को रोकने के लिए उसके पीछे लटक भी जाता है। जबकि बंटी गुट ने इस झगड़े को इस बात पर उलझाया था कि झगड़े में गोली चली और उनका एक साथी जख्मी हो गया, जबकि मौके पर कोई गोली नहीं चली थी। बंटी गुट ने कमांडेंट नरेश डोगरा पर आरोप लगाया था कि उन्होंने कब्जा करने की नीयत से होटल में मारपीट की और बाद में सीसीटीवी फुटेज किसी के सामने आ न जाए इसलिए वह डीवीआर चोरी करके अपने साथ ले गए।

बता दें कि 3 जनवरी रात होटल रॉयल प्लाजा से पार्टी से निकल रहे पुलिस ट्रे¨नग सेंटर फिल्लौर के कमांडेंट नरेश डोगरा व नायब तहसीलदार मंजीत ¨सह पर होटल के मालिक विश्वनाथ बंटी व उनके साथियों ने हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया है। झगड़े का कारण पुरानी रंजिश बताई जा रही थी लेकिन इस दौरान बंटी ने आरोप लगाया था कि हमला उन्होंने बल्कि नरेश डोगरा ने किया था और इस दौरान उनके गोलियां चलाई थी जिस कारण उनके दो साथी गोली चलने से घायल हो गए थे। जिन्हें उन्होंने जालंधर के अस्पताल में दाखिल करवाया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी जे इलनचेलियन ने खुद जाकर होटल में जांच की थी। लेकिन बाद में इस मामले में बनाई गई सिट ने यह साफ किया था कि गोली मौके पर चली ही नहीं है, जो बाद में आरोपियों ने अपने आप चलाई थी ताकि उल्टा पर्चा दर्ज करवाया जा सके। इस मामले की जानकारी देते हुए कमांडेंट नरेश डोगरा ने अपने व अपने साथियों के ऊपर हुए हमले को लेकर थाना सदर पुलिस को बयान दर्ज करवाते हुए बताया था कि नायब तहसीलदार के बेटे का कनाडा का वीजा लगा था और इसी खुशी में नायब तहसीलदार मंजीत ¨सह ने होटल रायल प्लाजा में पार्टी रखी थी। 3 जनवरी की रात साढ़े नौ बजे के करीब वह सभी निकल रहे थे और होटल परिसर में ही विश्वनाथ बंटी ने अपने साथियों के साथ उन पर जानलेवा हमला कर दिया था। इस हमले में वह, नायब तहसीलदार मंजीत ¨सह, होटल का पार्टनर विवेक कौशल विक्का और उनका गनमैन जख्मी हो गए थे। पुलिस ने इस मामले में कमांडेंट डोगरा के बयान के आधार पर मामला दर्ज किया था। वायरल वीडियो से बंटी गुट के बयान मेल नहीं खा रहे

जो वीडियो वॉयरल हो रही है उसका सच्च तो कुछ और ही है, जो बंटी गुट के बयानों से कोसों दूर है। बंटी गुट ने कहा था कि झगड़े के दौरान गोली चली थी, लेकिन वीडियो में साफ दिख रहा है कि झगड़े में कोई गोली नहीं चली थी और बंटी गुट ने कमांडेंट की गाड़ी से तोड़फोड़ की है। जब गनमैन व ड्राइवर गाड़ी लेकर वापस जाने लगते हैं तो बंटी गुट के लड़के पीछे दौड़ पड़ते हैं। इसके अलावा फर्श पर बोतलें बिखरी हुई हैं, जो लड़ाई का सच बयान कर रही हैं।

हमलावरों में शामिल था मन्नू नाम का लड़का, उस पर केस दर्ज नहीं

इस वीडियो में गाली-गलौज करते हुए एक युवक बोलता है कि मन्नू वापस आ जा लेकिन मन्नू नाम का लड़का गाड़ी के पीछे लटक कर गाड़ी को तोड़ रहा है। उसके बाद गाड़ी जब स्पीड पकड़ती है तो वह नीचे उतर आता है। युवक ने ब्राउन जैकेट पहनी हुई है, लेकिन वीडियो में उसकी तस्वीर साफ नहीं हो रही है। सवाल अब यह है कि वह मन्नू कौन है जो हमलावरों में शामिल है और मामला दर्ज होने में उसका कोई नाम सामने नहीं आया है। पुलिस को उलझाने के लिए अपने ही गुट के लड़के को मारी थी गोली

सिट की रिपोर्ट के आधार पर इस मामले में दो आरोपित अजय राणा उर्फ गांधी पुत्र जो¨गदर राणा गांव बडला व नवाब हुसैन पुत्र अली हुसैन निवासी होशियारपुर पर सदर पुलिस ने होटल के पार्टनर विवेक कौशल के बयान के आधार पर पुलिस को उलझाने की साजिश में केस दर्ज किया था। इसमें नवाब द्वारा राणा को गोली मार कर झूठा पर्चा दर्ज करवाने के आरोप हैं।

राणा व नवाब की गिरफ्तारी के लिए पुलिस कर छापेमारी

पुलिस ने अजय राणा व नवाब हुसैन पर असला एक्ट भी लगाया है। जो गैर जमानती मामला है। इस मामले के दर्ज होने के बाद पुलिस अब दोनों आरोपियों की दोबारा गिरफ्तारी डाल सकती है। पहले इस मामले में नवाब व राणा ने आत्म समर्पण करने के बाद कोर्ट से जमानत ले ली थी लेकिन अब आरोपितों की दोबारा गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू कर दी गई है, लेकिन पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है।

किस असलहे से चली गोली, पुलिस कर रही जांच

अब सवाल यह है कि जिस असलहे से राणा को गोली मारी गई वह किसका है। पुलिस अब इस जांच में जुटी गई है। अब देखना यह होगा कि जिस असलहे से गोली चली है वह वैध है कि अवैध। यदि वह लाइसेंसी है तो लाइसेंसधारी लपेटे में आ सकता है, यदि वह नाजायज है तो नवाब हुसैन व राणा की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं। नवाब पहलवान व राणा ने किया था सरेंडर

मामला दर्ज होने के बाद बंटी गुट के नवाब पहलवान व अजय राणा ने बाद में सरेंडर कर दिया था और पुलिस ने इस दौरान उन्हें अदालत में पेश कर 16 जनवरी तक रिमांड पर लिया था और बाद में उन्हें जेल भेज दिया था। इस दौरान नवाब पहलवान व अजय राणा ने अदालत में जमानत के लिए याचिका दायर करवाई थी और बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी। लेकिन यह मामला दर्ज होने के बाद नवाब व राणा की फिर गिरफ्तार हो सकते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.