खस्ताहाल इमारतें लोगों के लिए बनीं खतरा
बीते दिन हुई लगातार बारिश से पूरा शहर जलमग्न हो गया। जहां पानी के जलभराव की बड़ी समस्या है।
नीरज शर्मा, होशियारपुर
बीते दिन हुई लगातार बारिश से पूरा शहर जलमग्न हो गया। जहां पानी के जलभराव की बड़ी समस्या है। वहीं शहर वासियों के लिए पानी के अलावा सबसे ज्यादा खतरा शहर के बीच बनी पुरानी इमारतों से हैं, जो कभी भी हादसाग्रस्त हो सकती हैं। इन इमारतों में रह रहे लोग काफी परेशान हैं क्योंकि न तो इमारतों के मालिक इनको समय रहते तुड़वा रहे हैं और न ही नगर निगम कोई कार्रवाई कर रहा है। हालांकि नगर निगम के अधिकारियों की मानें तो इन खस्ताहाल इमारतों के खिलाफ समय-समय पर नोटिस जारी किए जाते हैं, परंतु रिपेयर की जिम्मेदारी मालिक की होती है। निगम केवल वही इमारत ढहा सकता है जिसका मालिकाना हक उसके पास हो।
जानकारी के अनुसार होशियारपुर शहर में कई खस्ता हाल पुरानी इमारतें हैं जिनमें से कुछ अब टूट कर गिरना शुरू हो गई हैं, पर निगम प्रशासन किसी बड़े हादसे के इंतजार में हैं। मोहल्ला कमालपुर का पुराना डाकघर, खानपुरी गेट इलाके में पुरानी इमारतें, गढ़ी मोहल्ला में पुरानी इमारत, वकीलां बाजार में पुरानी इमारत के अलावा पुराना सिविल सर्जन ऑफिस भी जर्जर हो चुका है। इन इमारतों में अधिकतर अपनी आयु भोग चुकी हैं और अब हालात यह है कि यह टूटना शुरू हो गई हैं। इस तरफ निगम का कोई ध्यान ही नहीं हैं। सबसे खतरनाक बात तो यह है कि यह पुराने सिविल सर्जन दफ्तर को छोड़कर बाकी सारी इमारतें घनी आबादी के बीचोंबीच हैं। खानपुरी गेट में हैं पुरानी इमारतें
इन इमारतों के आसपास रहने वाले लोगों ने बताया कि वह इस संबंधी कई बार निगम को बता चुके हैं पर कोई हल नहीं हो। खानपुरी गेट की जर्जर इमारतों के बारे में लोगों ने बताया कि यह इमारत शहर के बीचों बीच है और यदि हादसा हुआ तो राहगीरों के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। कई बार शिकायत की हल नहीं हुआ
पुराने डाकखाने के बारे में मोहल्ला कमालपुर के रहने वाले मेहताब मेहता ने कहा कि उन्होंने मोहल्ला निवासियों के साथ मिलकर कई बार शिकायत की है परंतु कोई हल नहीं हुआ। गौरव तनेजा का कहना है कि इमारत इतनी खस्ताहाल है कि पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है।
समय-समय पर करते हैं नोटिस जारी : एसडीओ
निगम के बिल्डिंग विभाग के एसडीओ कुलदीप कुमार ने बताया कि खस्ताहाल इमारतें काफी खतरनाक हैं और इसके लिए निगम द्वारा समय-समय पर नोटिस जारी किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि इमारतों को रिपेयर करवाने के लिए इमारतों के मालिक को कहा जाता है। उन्होंने कहा कि वह इलाके का दौरान करके इन इमारतों की जानकारी लेंगे।