होर्डिग घोटाला, चार सदस्यीय जांच कमेटी का गठन
होर्डिग्स विज्ञापन मामले में नगर निगम कमिश्नर ने कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए जांच कमेटी का गठन कर रिपोर्ट जल्द देने के लिए कहा है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद जो भी तथ्य सामने आए और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। कमिश्नर अमित पंचाल ने बताया कि कमेटी में दो एक्सईएन एक अकाउंटेंट और डीसीएफए शामिल किए गए हैं।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : होर्डिग्स विज्ञापन मामले में नगर निगम कमिश्नर ने कार्रवाई को आगे बढ़ाते हुए जांच कमेटी का गठन कर रिपोर्ट जल्द देने के लिए कहा है। जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद जो भी तथ्य सामने आए और उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी। कमिश्नर अमित पंचाल ने बताया कि कमेटी में दो एक्सईएन, एक अकाउंटेंट और डीसीएफए शामिल किए गए हैं। उन्होंने बताया कि आरोपितों को बख्शा नहीं जाएगा, उनके खिलाफ ठोस कार्रवाई की जाएगी ताकि आगे कोई इस तरह की गड़बड़ी करने से पहले सो बार सोचे। रही बात होर्डिंग के ठेके की तो उन्होंने कहा कि वैसे दो तीन दिन में टेंडर लगने की उम्मीद है। अगर निकट भविष्य में ऐसी स्थिति सामने आती है और होर्डिंग अलाट करने की जरूरत पड़े तो गठित की गई कमेटी ही अलाटमेंट करेगी ताकि आगे से कोई गड़बड़ी की आशंका ही न रहे। अलाटमेंट में फिर भी कोई कमी पाई जाती है तो जिम्मेदारी कमेटी की होगी। नगर निगम होशियारपुर के अधिकारियों की मिलीभगत से शहर में लगाए जाने वाले होर्डिग्स विज्ञापन में राज्य सरकार को लाखों रुपये का चूना लगा है। मामला खुलने के बाद निगम सकते में हैं। दैनिक जागरण की ओर से घोटाले का राजफाश करने के बाद कैबिनेट मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा ने कड़ा संज्ञान लिया था। उन्होंने निगम कमिश्नर अमित पांचाल को जांच की जिम्मेदारी सौंपी थी। कमिश्नर पांचाल यह पहले ही साफ कर चुके हैं कि नगर निगम की साइटें सब्लेट नहीं की जा सकती और जांच कमेटी के गठन के बाद यह संकेत दे दिए हैं कि इस मामले में जो भी निगम का अधिकारी जिम्मेदार पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा।
अब जल्द टेंडर लगने की उम्मीद
जांच कमेटी के गठन के बारे में कमिश्नर पांचाल ने बताया, उम्मीद है कि सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक अगले दो तीन दिन में होर्डिग्स के ठेके की टेंडरिग हो जाएगी। आठ माह पहले निगम की हद के अंदर विज्ञापन करने के लिए साइटों का ठेका समाप्त हो चुका था और अधिकारियों की मिलीभगत से होर्डिंग सब्लेट गलत ढंग से कर दी गई थी। इससे निगम को अब तक लाखों रुपये का चूना लग चुका है।