हजारों श्रद्धालुओं की आस्था केंद्र है छत्ता बाजार का माता शीतला मंदिर
होशियारपुर शहर यानी मिनी काशी। ऐसे कई मंदिर हैं जो सैकड़ों साल से श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र हैं। उसी में से एक है छत्ता बाजार का माता शीतला मंदिर में स्थापित शिवाला।
जागरण टीम, होशियारपुर : होशियारपुर शहर यानी मिनी काशी। ऐसे कई मंदिर हैं जो सैकड़ों साल से श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र हैं। उसी में से एक है छत्ता बाजार का माता शीतला मंदिर में स्थापित शिवाला। इस मंदिर में जहां माता शीतला की प्रतिमा स्थापित है वहीं भगवान भोलेनाथ की प्राचीन पिडी है। वैसे से सारा साल मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है लेकिन सावन व चेत्र में मेले जैसा माहौल होता है। सुबह से लेकर शाम तक श्रद्धालु आते हैं और मंदिर में नतमस्तक होते हैं। सावन के माह में मंदिर परिसर भोलेनाथ के जयकारों से गूंज रहा है।
मंदिर का इतिहास
मंदिर काफी साल पुराना है जो प्राचीन वट वृक्ष के नीचे स्थापित है। मंदिर में मां शीतला की मूर्ति के साथ साथ भगवान भोलेनाथ की पिडी मौजूद है। मान्यता है कि मंदिर में नतमस्तक होने से चरम रोग से मुक्ति मिलती है। मंदिर के पहले महंत लिबू राम थे और उन्होंने इसी मंदिर में अपना बचपन व्यतीत किया और 109 साल की आयु भोग कर स्वर्ग सिधारे। इस समय मंदिर की सेवा पंडित त्रिलोकीनाथ कर रहे हैं। इसकी सारी देखभाल नवयुवक सेवक संघ करता है। सबसे बड़ी बात है कि मंदिर में जो वटवृक्ष है वह 360 साल से भी पुराना है।
सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं
मंदिर इलाके से हजारों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। मान्यता है कि सच्चे मन से मंदिर में नतमस्तक होने वाले श्रद्धालुओं की सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। चरम रोगियों को इस मंदिर में आने से दुखों से छुटकारा मिल जाता है। सावन माह में लोग बिल्वपत्र चढ़ाने के साथ भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर रहे हैं।