आनलाइन कक्षाएं लगाने में सरकारी स्कूल आगे आए
कोरोना के चलते बच्चों को आनलाइन शिक्षा देने के लिए सरकारी स्कूल लगातार आगे आ रहे हैं। सरकारी मिडिल स्कूल मिर्जापुर के अध्यापकों ने नए शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत करते हुए छठी सातवीं व आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाई शुरू करवाई।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : कोरोना के चलते बच्चों को आनलाइन शिक्षा देने के लिए सरकारी स्कूल लगातार आगे आ रहे हैं। सरकारी मिडिल स्कूल मिर्जापुर के अध्यापकों ने नए शैक्षणिक वर्ष की शुरुआत करते हुए छठी, सातवीं व आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को आनलाइन पढ़ाई शुरू करवाई। स्कूल के सीनियर अध्यापक रजनीश गुलियानी ने कहा कि आज का दौर तकनीक का है इसलिए हमें इसका लाभ उठाते हुए बच्चों को शिक्षा के साथ लगातार जोड़ते हुए उन्हें सभी विषयों की जानकारी देनी चाहिए। बच्चे भी अब आनलाइन शिक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हैं जब भी उन्हें किसी विषय को लेकर कोई शंका होती है, तो जूम मीटिग के माध्यम से अध्यापक से प्रश्न करते हैं। उन्हें वहीं पर उसका उत्तर भी मिल जाता है। मुख्य अध्यापक रविद्र पाल सिंह ने कहा कि विद्यार्थियों में जानने की जिज्ञासा सबसे अधिक होती है, क्योंकि वे हर विषय को समझ कर कंठस्थ करना चाहते हैं ताकि भविष्य में उन्हें किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। जूम कक्षाओं के माध्यम से बच्चे अपने आप को कक्षा में उपस्थित महसूस करते हैं। अध्यापक भी बच्चे की हर क्रिया को बारीकी से देख रहा होता है। पिछले साल भी अध्यापकों ने लगातार कई माह तक बच्चों को आनलाइन शिक्षा दी, जिसके बल पर बच्चों ने पंजाब अचीवमेंट सर्वे में भाग लेते हुए शानदार कारगुजारी का प्रदर्शन किया। शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार व जिला शिक्षा अधिकारी गुरशरण सिंह और जिला शिक्षा अधिकारी राकेश कुमार स्वयं भी जूम क्लासिस के साथ जुड़कर बच्चों की हौसला अफजाई करते हैं। बैठक में रमेश सिंह मिर्जापुर, दलवीर सिंह, करनजीत कौर उपस्थित थे।