पेपर मिल के जीएम ने फैक्टरी में ही कर ली आत्महत्या, कार में खुद को मारी गोलियां
होशियारपुर में सैलाखुर्द स्थित क्वांटम पेपर मिल के महाप्रबंधक ने फैक्टरी में ही खुदकुशी कर ली। उसने मिल परिसर में अपनी कार में बैठकर खुद को गोली मार ली।
माहिलपुर (होशियारपुर), जेएनएन। क्षेत्र के सैलाखुर्द स्थित क्वांटम पेपर मिल में तैनात महाप्रबंधक (जीएम सिविल) ने मिल के अंदर ही कार में बैठकर लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को तीन गोलियां मारकर आत्महत्या कर ली। गढ़शंकर के गांव लसाडा के रहने वाले सुरजीत पाल सिंह की आत्महत्या की खबर से मिल में हड़कंप मच गया। आत्महत्या का असली कारणों का पता नहीं चल सका है।
मिल प्रबंधन ने ढाई घंटे बाद दी पुलिस को जानकारी, गोली लगने के बारे में नहीं बताया
जानकारी के अनुसार, सुरजीत पाल सोमवार सुबह काम पर आए थे। ऑफिस में उन्होंने कामकाज निपटाया। लंच के समय दो बजे ऑफिस के बाहर निकले और अपनी रिहायश के पास खड़ी कार में बैठ गए। इस दौरान गोलियां चलने की आवाज आने पर अन्य कर्मी कार के पास पहुंचे तो देखा कि सुरजीत पाल लहूलुहान पड़े थे। उनका रिवॉल्वर कार की सीट पर पड़ा था। सुरजीत पाल ने दो गोलियां छाती में और एक गोली पेट में मारी।
कर्मियों ने तुरंत घटना के बारे में सूचना मिल प्रबंधकों को दी तो उन्होंने आनन-फानन में सुरजीत पाल सिंह को होशियारपुर के निजी अस्पताल में पहुंचाया। वहां से उन्हें जालंधर रेफर कर दिया। जालंधर में डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
परिजनों का आरोप- प्रबंधन से चल रहा था विवाद
सुरजीत पाल की पत्नी लासडा गांव की सरपंच रह चुकी हैं। उनके एक बेटा और बेटी चंडीगढ़ में पढ़ रहे हैं। परिजनों का कहना है कि सुरजीत पाल सिंह का मिल प्रबंधन से किसी बात को लेकर विवाद चल रहा था। इससे वह काफी परेशान थे।
घटना पर उठ रहे सवाल
घटना पर कई सवाल उठ रहे हैं, क्योंकि पुलिस को इसकी सूचना ढाई घंटे के बाद दी गई। इसमें में उन्हें गोली लगने के बारे में नहीं बताया गया। एसएचओ सुखविंदर सिंह ने बताया कि घटना का पता जालंधर से चला कि मिल के जीएम को गोली लगी है। मिल प्रबंधन से सही जानकारी नहीं मिली थी। वहीं, यह भी सवाल उठ रहा है कि कोई व्यक्ति खुद को तीन गोलियां कैसे मार सकता है। घटना के बाद मिल प्रबंधकों ने दोनों गेट बंद करवा दिए थे।