पूर्ण चंद्र त्राटक से हो जाएंगे तनाव रहित : संगीता मित्तल
संजीवनी शरणम की संयोजक संगीता मित्तल ने ध्यान साधकों को पूर्ण चंद्रमा ध्यान के महत्व को बताते हुए आनलाइन फुल मून मेडिटेशन करवाई।
जागरण टीम, होशियारपुर
ट्रेडिशनल संजीवनी ग्रैंड मास्टर एवं संजीवनी शरणम की संयोजक संगीता मित्तल ने ध्यान साधकों को पूर्ण चंद्रमा ध्यान के महत्व को बताते हुए आनलाइन फुल मून मेडिटेशन करवाई। पूर्ण चंद्रमा ध्यान की चर्चा करते हुए उन्होंने बताया कि ध्यान शुरू करने से पहले चंद्रमा को पूरी तरह से आप देखने की कोशिश करें। इसको मून गेजिग अर्थात त्राटक भी कहते हैं, दरअसल यह एक यौगिक क्रिया है जो किसी भी आबजेक्ट पर की जा सकती है।
उन्होंने बताया कि पूर्ण चंद्रमा पर भी वैसे ही करते हैं, ध्यान के उपरांत आप महसूस करेंगे कि आपके शरीर में कोई भी तनाव नहीं व आपका मन बिल्कुल पूरी तरह से शांत है। साथ ही ऐसा करने से हमारी कंसंट्रेशन बढ़ जाती है बहुत एवं गहरी व सुकून की नींद आती है, हमारी इनट्यूशन में बढ़ोतरी होती है और हमारी आंखों की रोशनी बेहतरीन हो जाती है। हम और भी दूरदर्शी हो जाते हैं हमारी विजुअलाइजेशन एबिलिटी बढ़ जाती हैं। हम अपने इमोशंस की तरफ और भी सजग हो जाते हैं।
ध्यान के दौरान अपने हरेक विचार को स्वीकृत करें उनका पीछा ना करते हुए उन्हें जाने दे। हमें याद रखना है कि हमारी मेडिटेशन का लक्ष्य माइंडफूलनेस और अंदरूनी शांति को बढ़ाना और किसी भी प्रकार के सेल्फ क्रिटिसिज्म से ऊपर उठना है। तत्पश्चात मित्तल ने ध्यान प्रक्रिया की शुरुआत की। उल्लेखनीय है कि संगीता मित्तल द्वारा अक्सर ध्यान से जुड़ी ऐसी बेहतरीन तकनीकों से ध्यान साधकों को अवगत करवाया जाता रहा है। जिसके बहुत उत्तम परिणाम भी देखने को मिले हैं। इस ध्यान क्रिया के बेहतरीन प्रयास पर सभी साधकों ने मित्तल का तहे दिल से धन्यवाद किया।