वन विभाग ने शेरपुर गलिड से तेंदुआ किया काबू
होशियारपुर-टांडा रोड पर गांव शेरपुर गलिड के पास उस समय दहशत का माहौल पैदा हो गया जब गांव के बाहरी सुनसान इलाके में कुछ लोगों ने तेंदुआ देख। तेंदुआ देख लोग घबरा गए और जान बचाने के लिए गांव की तरफ भागे। परंतु जब दोबारा लोगों ने मौके पर जाकर देखा तो वह एक ट्रैप में फंसा हुआ था।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : होशियारपुर-टांडा रोड पर गांव शेरपुर गलिड के पास उस समय दहशत का माहौल पैदा हो गया जब गांव के बाहरी सुनसान इलाके में कुछ लोगों ने तेंदुआ देख। तेंदुआ देख लोग घबरा गए और जान बचाने के लिए गांव की तरफ भागे। परंतु जब दोबारा लोगों ने मौके पर जाकर देखा तो वह एक ट्रैप में फंसा हुआ था। जिसकी सूचना गांव के लोगों ने तुरंत वन्य विभाग के कर्मचारियों को दी। सूचना मिलते ही वाइलड लाइफ विग की टीम मौके पर पहुंच गई और लगभग चार घंटे की कड़ी मश्कत के बाद तेंदुए को बेहोश कर जाल में से निकालकर अपने साथ ले गए। जानकारी देते हुए फोरेस्ट डिवीजन जिला अधिकारी गुरशरण सिंह ने बताया कि सुबह करीब 12 बजे के करीब गांव के लोगों ने शेरपुर गलिड के पास झाड़ियों में तेंदुआ देखा और उसकी सूचना उन्हें दी गई। जिसके बाद वह टीम लेकर मौके पर पहुंच गए। जब उन्होंने चैक किया तो तेंदुआ एक तार नुमा जाल में फंसा हुआ था। जिसे बेहोश कर चार घंटे की कड़ी मश्कत के बाद जाल में से निकाला गया। उन्होंने बताया कि तेंदुए संबंधी उन्होंने उच्च अधिकारियों को सूचना दे दी है और वह तह करेगें कि वह उसे छतबीड़ भेजेगें यां फिर दोबारा जंगल में छोड़ेगें। उन्होंने बताया कि तेंदुआ की आयु सात से आठ साल लगती है। कंडी में जंगली जानवर पकड़ने के लिए लोग लगाते हैं ट्रैप
अधिकारी गुरशरण सिंह ने बताया कि इलाके में लोग चोरी छुपे शिकार करते हैं और किसी ने जंगली सूअर आदि पकड़ने के लिए ट्रेप लगाया था जिसमें तेंदुआ फंस गया। जाल किसने लगाया था यह पता नहीं चल पाया है जिसकी जांच चल रही है।