रेहड़ी मार्केट के पास झाड़ियों में लगी आग, एक घंटे बाद पहुंची फायर ब्रिगेड
शुक्रवार दोपहर को गढ़दीवाला की रफ्यूजी मार्केट शिव शक्ति मार्केट व मेड रोड पर उस वक्त में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया।
संवाद सहयोगी, गढ़दीवाला : शुक्रवार दोपहर को गढ़दीवाला की रफ्यूजी मार्केट शिव शक्ति मार्केट व मेड रोड पर उस वक्त में अफरा-तफरी का माहौल पैदा हो गया। जब शहर की घनी आबादी के बीच नगर कौंसिल द्वारा रेहड़ी मार्केट के लिए छोड़ी गई जगह में उगी घास फूस व बड़ी बड़ी झाड़ियों को आग लग गई। जिससे आसपास दुकानों व घरों के लोगों में हडकंप मच गया। लोगों ने आग को बुझाने के लिए फायर बिग्रेड की गाड़ी को फोन किया, लेकिन फायर बिग्रेड की गाड़ी आग लगने के लगभग एक घंटे बाद पहुंची तब तक लोग आग पर काबू पा चुके थे। लोगों ने कहा कि नगर कौंसिल की लापरवाही का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ सकता है। नगर कौंसिल की लापरवाही के कारण शहर के बीचों बीच घनी आबादी के बची यह जगह अब एक जंगल का रूप धारण कर चुकी है। जिसमें उगी घास फूस की झाड़ियां आग के रूप में लोगों का नुकसान कर सकती है। एक घंटे बाद पहुंची फायर बिग्रेड
आग लगने की सूचना देने के बावजूद फायर बिग्रेड की गाड़ी एक घंटे के बाद घटनास्थल पर पहुंची, लेकिन तब तक लोग आग पर काबू पा चुके थे। नगर कौंसिल के मुलाजिम सौ कदम दूरी के पास होते हुए आग लगने वाली जगह पर आधे घंटे बाद पहुंचे। जो नगर कौंसिल की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान खड़ा करने के लिए काफी है। ------------------------------------------- लापरवाही के चलते हुआ लाखों का नुकसान
घटनास्थल वाली जगह पर नगर कौंसिल द्वारा रेहडी मार्केट बनाने के लिऐ इंटरलाकिग टाईलों पर खर्च की गई लाखों रूपये की राशि गंदगी की भेंट चढ़ रही है। लोगों की सुविधा के लिए लाखों की लागत से बनाई गई यह रेहड़ी मार्केट यहा दलगलत राजनीति दाव पेच से अधर मे लटकी हुई है, वहीं इस जगह को लोग सार्वजनिक शौचालय के रूप मे इस्तेमाल कर रहे है। यहां घास फूस की झाड़ियों ने इस जगह को जंगल का रुप दे दिया है। जिससे रेहड़ी मार्केट पर खर्च की गई लाखों रूपये की राशि गंदगी के ढेर के नीचे दब कर रह गई है। लेकिन नगर कौंसिल के अधिकारी एंव कर्मचारी सब कुछ जानते हुऐ अंजान बने हुए है। जिसकी शायद सुध लेना वाला कोई नही। यही कारण है कि कस्बे में रेहड़ी मार्केट बनाने की योजना को अंजाम देने के बाद नगर कौंसिल ने दोबारा इस जगह की ओर मुंह तक नही किया। यह रेहडी मार्कीट नगर कौंसिल की आमदनी का एक जरिया बनने की बजाऐ सार्वजनिक शौचालय के तौर पर अवश्य प्रयोग हो रही है। 11 साल अधर में लटका रेहड़ी मार्केट का काम
पिछले 11 सालों से इस रेहड़ी मार्केट का काम अदर में ही लटका हुआ है। लेकिन गढ़दीवाला को रेहड़ी मार्केट नसीब नही हो सकी है। जब नगर कौंसिल में कोई नई कमेटी का गठन होता है तो रेहड़ी मार्केट बनाने के लिए प्रस्ताव डाला गया है का रटारटाया जवाब मिलता रहता है। जबकि हकीकत यह है कि गढ़दीवाला में रेहड़ी मार्केट को बनाने के लिए ईमानदारी से प्रयास नही किया जा रहा है। 2009 के करीब शिवालय मंदिर कमेटी की दुकानों के पीछे नगर कौंसिल की जगह पर रेहड़ी मार्केट बनाने के लिए काम शुरु किया गया था, जो आज तक कारगार नहीं हो सका है।