Move to Jagran APP

किसानों ने बकाया नहीं मिलने पर शुगर मिल प्रबंधकों के खिलाफ नारेबाजी की

भारतीय किसान यूनियन ने शुगर मिल का कंडा करीब 5 घंटे जाम किया। एसएचओ बलविदर सिंह की मौजूदगी में जीएम संजय सिंह ने दो करोड रुपये किसानों के खाते में डालने के आश्वासन पर कंडा खोला गया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 06:46 AM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 06:46 AM (IST)
किसानों ने बकाया नहीं मिलने पर शुगर मिल प्रबंधकों के खिलाफ नारेबाजी की
किसानों ने बकाया नहीं मिलने पर शुगर मिल प्रबंधकों के खिलाफ नारेबाजी की

संवाद सहयोगी, मुकेरियां : भारतीय किसान यूनियन ने शुगर मिल का कंडा करीब 5 घंटे जाम किया। एसएचओ बलविदर सिंह की मौजूदगी में जीएम संजय सिंह ने दो करोड रुपये किसानों के खाते में डालने के आश्वासन पर कंडा खोला गया। जसवंत सिंह रंधावा की अध्यक्षता व सतनाम सिंह चीमा के नेतृत्व में शुगर मिल में किसान एकत्रित हुए जिसमें विशेष तौर पर इंद्रजीत सिंह खालसा पहुंचे। उन्होंने कहा कि शूगर मिल बकाया राशि न देकर किसानों को परेशान कर रही है। किसानों का शुगर मिल में गन्ना का करीब 50 करोड़ रुपये बकाया है। उन्होंने कहा कि अगर 12 मार्च तक बकाया राशि खाते में नहीं डाली गई तो संघर्ष और तेज कर शुगर मिल को बंद रखा जाएगा। इस मौके गुरुसजनदीप सिंह, दिलबाग सिंह, रमनदीप सिंह, सुच्चा सिंह, चतर सिंह, अजय सिंह, गुरविदर सिंह, प्रीतम सिंह, सुखविदर सिंह, सुखवंत सिंह, गुरविदर सिंह, सरपंच परमजीत सिंह भांगड़, निर्मल सिंह महमूदपुर, मनजीत सिंह महमूदपुर्व, कुलदीप सिंह सतपाल सिंह टांडा राम सहाय उपस्थित थे। किसानों की याद में कैंडल मार्च निकाला

loksabha election banner

संवाद सहयोगी, गढ़दीवाला : कृषि सुधार कानूनों के विरोध में आंदोलन में जाने दे चुके किसानों की याद में पूर्व खेतीबड़ी अफसर गुरमीत सिंह की अगुवाई में सोमवार रात को कस्बे में कैंडल मार्च निकाला गया। इस दौरान विभिन्न वक्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार ने कृषि सुधार कानूनों को किसानों पर थोप कर बर्बाद करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है। इसकी जितनी निदा की जाए, वह कम है। केंद्र सरकार इन कानूनों की आड़ में देश के चंद कारपोरेट घरानों व पूंजीपतियों को लाभ पहुंचाने के लिए किसानों के साथ धक्केशाही कर रही है, लेकिन किसान केंद्र सरकार की जनविरोधी नीतियों को समझ चुके हैं। संघर्ष में किसानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और केंद्र सरकार को कृषि सुधार कानून हर कीमत पर वापस लेने पड़ेगे। उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि संघर्ष में किसानों का पूरा सहयोग करें ताकि यह पूरी तरह से कामयाब हो सके। इस अवसर पर प्रोफेसर सुखविदर सिंह, केहर सिंह, दलजीत सिंह बाठ, पार्षद बिद्रपाल बिल्ला, परमवीर गढ़दीवाला, जतिन, शुभम सहोता, सुखमन, हरप्रीत मनी, संदीप, धर्मेंद्र कल्याण मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.