प्रशासन, मिल मैनेजमेंट और किसानों की मीटिग बेनतीजा
किसान संघर्ष कमेटी पंजाब के बैनर तले शुगर मिल मुकेरियां में किसानों ने शुक्रवार दोपहर 12 बजे मिल गेट पर धरना लगाकर नारेबाजी की लेकिन ढाई घंटे तक सरकार व प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं सरकी।
संवाद सहयोगी, मुकेरियां : किसान संघर्ष कमेटी पंजाब के बैनर तले शुगर मिल मुकेरियां में किसानों ने शुक्रवार दोपहर 12 बजे मिल गेट पर धरना लगाकर नारेबाजी की, लेकिन ढाई घंटे तक सरकार व प्रशासन के कान पर जूं तक नहीं सरकी। इसके चलते किसानों ने करीब दोपहर 2:30 बजे कंडा जाम कर दिया। प्रदर्शन में संघर्ष कमेटी के 10 जोनों के किसानों ने हिस्सा लिया। गुरदासपुर के सात जोन व भुल्लथ, बेगोवाल, टांडा के सभी जोनों के किसानों ने प्रशासन, मिल मैनेजमेंट व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। मंच संचालन बलविदर सिंह सरपंच मुल्लांवाल ने किया। संघर्ष कमेटी के सीनियर उप प्रधान सुरेंद्र सिंह चौताला, गुरप्रीत सिंह, हरविदर सिंह, स्वर्ण सिंह, गुरु प्रताप सिंह, गुरमुख सिंह, जसवीर सिंह गोराया, बलविदर सिंह मुल्लांवाल, सुखविदर सिंह, जिला प्रधान शाहपुर निशान सिंह नाडाला सभी जोन प्रधान व ओंकार सिंह पुराना भंगाला व अन्य वक्ताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि मिल मैनेजमेंट की ओर से 14 दिन में गन्ने की पेमेंट की अदायगी करने का वादा किया था, लेकिन दो महीने से भी ज्यादा समय हो चुका है और अभी तक पेमेंट उनके खातों में नहीं डाली गई। किसान पहले ही परेशानियों झेल रहा है। दिल्ली बार्डर पर संघर्ष कर रहा है और ऊपर ले पंजाब सरकार, प्रशासन व शुगर मिल जले पर नमक छिड़कने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि किसान कर्ज के तले दबा हुआ है, बैंकों का ब्याज सिर पर चढ़ा हुआ है, बच्चों के स्कूलों की फीस पेंडिग है। यहीं नहीं गन्ने की छिलाई के लिए लेबर की बकाया देना है। इसके बावजूद मिल मैनेजमेंट द्वारा पैसे नहीं दिए जा रहे। दूसरी ओर, प्रशासन, मिल मैनेजमेंट और किसानों के बीच हुई मीटिग में सीजीएम संजय सिंह ने पैसे डालने पर 15 दिन का समय मांगा तो किसान राजी नहीं हुए। इसके कारण बैठक बेनतीजा रही। इसके बाद संघर्ष कमेटी ने एलान कर दिया है कि धरना तब तक चलता रहेगा जब तक मिल मैनेजमेंट किसानों के खातों में पैसे नहीं डालती। इस दौरान प्रशासन की ओर से एसपी (डी) होशियापुर धर्मवीर सिंह, तहसील जगतार सिंह, डीएसपी रविद्र सिंह व एसएचओ बलविदर सिंह, एसएचओ लुमेश शर्मा हाजीपुर मौजूद थे।