एफसीआइ डिपो के बाहर धरना लगा किया प्रदर्शन
धान खरीद करने के लिए बनाई गई नई नीति के विरोध में आढ़ती एसोसिएशन किसानों मजदूरों की और से शुरु किया गया संघर्ष आज दूसरे दिन भी जारी रहा।
जेएनएन, होशियारपुर : धान खरीद करने के लिए बनाई गई नई नीति के विरोध में आढ़ती एसोसिएशन, किसानों मजदूरों की और से शुरु किया गया संघर्ष आज दूसरे दिन भी जारी रहा जिसके चलते मंडी में बिकने के लिए आए धान की बोली न लगने से किसानों में भारी निराश पाई गई। नई नीति के विरोध में आढ़तियो किसानों मजदूरों ने भारतीय खाद्य निगम के डिपो के बाहर जोरदार रोष प्रदर्शन किया। इस रोष धरणे को संबोधित करते हुए एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष सुधीर सूद, चेयरमैन पंडित तरसेम मोदगिल महासचिव रमेश कुमार ने संबोधित करते हुए कहा कि किसानो की सख्त मेहनत से तैयार किया अनाज मंडी में आने के बाद आढ़ती मजूदर सख्त मेहनत कर उसे देश वासियों का पेट भरने के लिए विभिन्न स्थानों गोदामों तक सुरक्षित पंहुचाने के लिए दिन रात एक कर देते है। यही कारण है कि पंजाब का मंडीकरण विश्व में अपनी अलग पहचान रखता है। नई नीति जिसमें किसानों के खातों संबधी विस्तार पूवर्क जानकारी मांगी जा रही है। जिसे उपलब्ध करवाने में आढ़ती वर्ग असमर्थ है क्योंकि किसानों की नीजात को जबरन कैसे हासिल किया जा सकता है। किसान निजी क्षेत्र में अपनी निजता देने के तैयार नही है जबकि सरकार उनकी आढ़तियों व मजदूरों की मेहनत न देने का दवाब डाल रही है। आढ़ती नेताओं ने कहा कि केंद्र व राज्य सरकारों को चाहिए की बिना देरी किए नई नीति को वापिस लेकर पुरानी प्रथा को लागू करे । उन्होने कहा कि किसान की सख्त मेहनत से तेयार हो चुकी धान की फसल को बरबाद न होने दिया जाए। इस दौरान अन्य ने अपने संबोधन में कहा कि खुद भूखे पेट सों कर देश के अन्न भंडार भरने वाला किसान फसल का सही मंडीकरण न होने से भड़क गया तो स्थिती उनसे बाहर हो जाएगी। अभी तक तो उनकी और से नई नीति से प्रभावित होने वाले सभी बगरे के साथ मिलकर केबल संकेतिक शांति पूर्ण धरने ही दिए जा रहे है। रोष धरने को किसान मजूदर नेताओं ने संबोधित करते हुए कहा कि ऑनलाईन पर भुगतान लेना या हिसाब रखना उनके समर्थ की बात नही है। उन्हे तो अपनी मेहनत की राशी पहले की तरह नगद यां चैक के मध्य से चाहिए। इस अवसर पर सचिव राजेश बांसल, उपाध्यक्ष दिनेश सूद विपन गुप्ता, मनिदर सिंह, विजय कुमार अग्रवाल, नरेन्द्र मोहन शमर नाडू शाह, महिदर सिंह, रोहित जैन, राघव गुप्ता अनिल गुप्ता, विजय कुमार गुप्ता जगदीश कुमार, लाला सोमनाथ, दिनेश नागपाल, मजदूर यूनियन के अध्यक्ष चौधरी हरी राम, हेमराज, कैलाश, चमकीला, उमेश, दुखी राम के अलावा भारी संख्या में किसान भी उपस्थित थे।