टोल प्लाजा हरसा मानसर पर किसानों ने किया चक्का जाम
कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर टोल प्लाजा हरसा मानसर पर विभिन्न गांवों से आए किसानों की बड़ी एकत्रिता द्वारा शांतिपूर्ण चक्का जाम किया गया
संवाद सहयोगी, मुकेरियां
कृषि सुधार कानूनों के खिलाफ संयुक्त किसान मोर्चे के आह्वान पर टोल प्लाजा हरसा मानसर पर विभिन्न गांवों से आए किसानों की बड़ी एकत्रिता द्वारा शांतिपूर्ण चक्का जाम किया गया। इस विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए प्रो. जीएस मुल्तानी, जत्थेदार हरबंस सिंह मंझपुर, नरेंद्र सिंह गोली, मास्टर योध सिंह, चेयरपर्सन सुनीता देवी, उषा देवी, तरसेम मन्हास, भाई मोहन सिंह टांडा राम सहाय, लखवीर सिंह लख्खी माना, जगदेव सिंह भट्टियां, गुरनाम सिंह जहानपुर, बहादुर सिंह मानसर, अनिल ठाकुर, ईशर सिंह मंझपुर सतनाम सिंह बागड़ियां सहित विभिन्न नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार किसानों के संघर्ष को धूमिल करने के लिए घटिया चालें चल कर और किसान संघर्ष के खिलाफ निम्न स्तरीय बयानबाजी कर अपने डर और विफलता का दिखावा कर रही है जबकि नए कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने तक किसान संघर्ष जारी रहेगा। इस समय नेताओं ने सर्वसम्मति से भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की दुकानों और व्यवसायियों के सामूहिक बहिष्कार की घोषणा की और इस रोष प्रदर्शन में उपस्थित कांग्रेस की स्थानीय विधायक को स्टेज पर संबोधन करने से भी मना कर दिया। इस अवसर पर निर्मल सिंह चीफ़, सुल्खन सिंह जग्गी, मनजीत सिंह कौलपुर, सरपंच बिल्ला नंगल, मेजर सिंह महितपुर, रविदर सिंह पाहड़ा, बलविदर सिंह बिदा, विधायका इंदु बाला, रेणु धामियां, रूपिदर कौर सैनी, बलजिदर राणा धनोआ, अवतार सिंह बॉबी, बलजीत सिंह छन्नी नन्द सिंह, रशपाल सिंह रंगा, अमरीक सिंह पूराना भंगाला, संजीव सोनी, ठाकुर उपदेश सिंह, कश्मीर सिंह मुकेरियां, मलकीत सिंह पोता, गंधर्व सिंह बहिबल मंझ, अमरजीत सिंह, जसवंत सिंह काका, कुलभूषण सोहल, सूबेदार मंगल सिंह, बलबीर सिंह मुकेरियां, डॉ. सतबीर सिंह खानपुर, कुलदीप सिंह रंगा, मास्टर दलवीर सिंह बिशनपुर, निरवैर सिंह गुरदासपुर, बलजीत सिंह नीटा नौशहरा, दिलबाग सिंह लाडपुर, रोशन सिंह लाडपुर, मास्टर स्वर्ण सिंह, राजिदर सिंह लोहगढ़, बलविदर सिंह पनखूह, रविदर सिंह माणा टेरकियाना, रूपिदर सिंह लाडी, विजय सरपंच बधाईयां, परदीप सोनू हिम्मतपुर, चरणजीत सिंह धनोआ, दविदरपाल सिंह धनोआ, हरदीप सिंह लाडी, लखविदर सिंह समेत बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौजूद रहे।