परिवार पर था 40 लाख का कर्ज, युवक ने सेना की इंसास राइफल व हथियार चुराकर रची बड़ी साजिश
सेना से फरार जवान ने परिवार के 40 लाख रुपये के कर्ज को चुकाने के लिए बड़ी साजिश रच डाली। उसने सेना से इंसास राइफल और अन्य हथियार चुरा लिये और अमीरों को लूटने की साजिश रची।
होशियारपुर, जेएनएन। सेना से फरार हरप्रीत सिंह ने 40 लाख रुपये कर्ज में डूबे परिवार को इस हालत से बाहर निकालने के लिए बड़ी साजिश रच डाली। उसने मध्य प्रदेश के पंचमढ़ी स्थित सेना के प्रशिक्षण केंद्र से दो इंसास राइफलें, तीन मैगजीन और 20 कारतूस चोरी किए थे। इन हथियारों के दम पर उसने होशियारपुर के दोसड़का के एक ज्वेलर को लूटने की साजिश बना रखी थी। इसके लिए उसने चार साथियों की गैंग भी तैयार कर ली थी। ज्वेलर के अलावा क्षेत्र के छह और अमीर लोग गैंग के निशाने पर थे। पैसे की व्यवस्था कर हरप्रीत अपनी प्रेमिका से शादी भी करना चाहता था। आरोपित किसी वारदात को अंजाम दे पाते इससे पहले ही सभी पुलिस के हत्थे चढ़ गए।
परिवार को कर्ज से मुक्त कराने के लिए पैसे की व्यवस्था कर प्रेमिका से शादी करना चाहता था हरप्रीत
डीएसपी गुरप्रीत सिंह ने बताया कि 6 दिसंबर को सेना प्रशिक्षण केंद्र के कर्नल मनोज धंधपाल ने एडीजीपी इंटरनल सिक्योरिटी आरएन ढोके को सूचना दी कि गांव मियाणी (होशियारपुर) का रहने वाला हरप्रीत उर्फ राजा पुत्र हरबंस सिंह सेना का जवान था। वह अब भगोड़ा है। उसने अपने एक साथी जगतार ङ्क्षसह जग्गा के साथ मिलकर 5 दिसंबर को सेना प्रशिक्षण केंद्र से हथियार इत्यादि चोरी किए हैं। जगतार भी गांव मियाणी का रहने वाला है।
ज्वेलर को लूटने की थी साजिश, छह और अमीर लोग थे गैंग के निशाने पर
एसएसपी ने दोनों आरोपितों को पकड़ने के लिए तीन डीएसपी की स्पेशल टीम बनाई। टीम ने रात को करीब 11 बजे गांव कंधाली नारंगपुर में गन्ने के खेत के पीछे बने पोल्ट्री फार्म में छापामारी कर हरप्रीत सिंह, जगतार सिंह जग्गा, कर्मजीत सिंह उर्फ मोनू, गुरजिंदर सिंह उर्फ काका (सभी निवासी मियाणी) और सर्बजीत सिंह उर्फ साईं (निवासी गांव चौटाला) को दबोच लिया। आरोपितों के पास से दोनों इंसास राइफलें, तीन मैगजीन और 20 कारतूस बरामद किए गए। उनके पास से 930 ग्राम नशीला पाउडर, तीन मोटरसाइकिलें, तीन किरपाण और पांच मोबाइल भी बरामद किए गए हैं।
नकाब हटाते ही पुलिस पहचान गई
हरप्रीत नकाब पहनकर अपने एक परिचित के घर मोबाइल लेने सोमवार देर रात टांडा पहुंचा था। रास्ते में पंजाब पुलिस को संदेह हुआ और उसका नकाब निकलवाया। नकाब निकालते ही हरप्रीत को पुलिस जवान पहचान गए। जैसे ही उसे पकडऩे की कोशिश की तो उसने पुलिस पर हमला कर दिया।
बड़े भाई को विदेश भेजने पर चढ़ा था कर्ज
डीएसपी गुरप्रीत सिंह का कहना है कि पूछताछ में हरप्रीत ने बताया कि उसका पिता हरबंस लाल खेतीबाड़ी का काम करता है। उसके बड़े भाई को विदेश भेजने के लिए पिता ने कर्ज लिया था। अब वह कर्ज 40 लाख रुपये हो चुका है। परिवार के खेत गिरवी हैं। मध्य प्रदेश से राइफल चोरी करने के बाद हरप्रीत व जग्गा टांडा पहुंचे। मंगलवार रात को गैंग को दोसड़का के एक ज्वेलर को लूटना था। गैंग के निशाने पर छह और ज्वेलर भी थे। उन्हें लूटने के लिए रेकी भी कर चुके थे। यह भी बताया जा रहा है कि गैंग ने हत्या कर लूट की साजिश रची थी जिससे कि पुलिस उन तक न पहुंच पाए।
आतंकी गतिविधि में संलिप्त नहीं, फिर भी कर रहे जांच : डीएसपी
हरप्रीत की जग्गा के साथ दोस्ती का पता चलने पर लग रहा था कि आरोपितों का संबंध किसी आतंकी गतिविधि से निकलेगा। जग्गा का पिता हरभजन ङ्क्षसह तरनतारन पुलिस के पास हथियारों के साथ पकड़ा गया था। डीएसपी गुरप्रीत ङ्क्षसह का कहना है कि अब तक की जांच में इस मामले का आतंकी गतिविधि से कोई संबंध नहीं निकला है, जांच जारी है।
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दो माह पहले छुट्टी लेकर घर आया, लेकिन लौटा नहीं
हरप्रीत दो माह पहले रांची के रामगढ़ (झारखंड) में पोस्टिंग के दौरान छुट्टी लेकर अपने गांव मियाणी पहुंचा था, लेकिन ड्यूटी पर नहीं लौटा। सेना ने उसे भगोड़ा घोषित कर दिया था। बेरोजगार होने पर आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। अपने साथियों के साथ मिलकर लूट की साजिश रची। इसके लिए हथियार की जरूरत थी। वह 2017-2018 में पंचमढ़ी में ट्रेनिंग ले चुका था। इसलिए उसे यहां की जानकारी थी। राइफलें चुराने के लिए जग्गा को भी साथ ले गया। हथियार चुराने के बाद दोनों ट्रेन से होशियारपुर पहुंचे थे।