कर्फ्यू व लाकडाउन की पाबंदियां हटने पर लापरवाही न बरतें लोग
डीसी अपनीत रियात ने कहा कि सरकार की ओर से बेशक कर्फ्यू व लाकडाउन संबंधी लगाई गई पाबंदियां हटा दी गई हैं लेकिन हमें सावधानियां अपनाने में कोई कमी नहीं छोड़नी है।
जेएनएन, होशियारपुर : डीसी अपनीत रियात ने कहा कि सरकार की ओर से बेशक कर्फ्यू व लाकडाउन संबंधी लगाई गई पाबंदियां हटा दी गई हैं, लेकिन हमें सावधानियां अपनाने में कोई कमी नहीं छोड़नी है। क्योंकि अभी यह वायरस खत्म नहीं हुआ है। वे जिला लोक संपर्क कार्यालय के फेसबुक पेज पर साप्ताहिक लाइव के दौरान जिला वासियों को संबोधित कर रही थीं। इस दौरान उन्होंने किसानों को धान की पराली को आग न लगाने की अपील की और बताया कि जिले की मंडियों में धान की खरीद के लिए सुचारू प्रबंध बनाए गए हैं। जिले में डेंगू की रोकथाम के नगर निगम, कौंसिलों ने लगातार फागिग की जा रही है। उन्होंने लोगों को भी अपील की कि वे अपने घरों में व आस-पास पानी न एकत्र होने दें।
उन्होंने बताया कि जिले में छह हाट स्पाट व एक माइक्रो कंटेनमेंट जोन है। उन्होंने लोगों द्वारा स्कूल खुलने व आने वाले दिनों में त्योहारों को मनाने संबंधी कहा कि सरकार से इस संबंध में जैसे ही निर्देश आएंगे लोगों को इस बारे में सूचित कर दिया जाएगा। सरकार की ओर से दुकान खोलने व बंद करने के समय के समय पर भी अब कोई पाबंदी नहीं है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हमने कोरोना पर फतेह पा ली है और कोरोना का डर खत्म हो गया है। हमें अपने काम के साथ-साथ सावधानियां भी अपनानी हैं। जब तक कोरोना की कोई वैक्सीन नहीं आ जाती तब तक हमें मास्क को ही दवाई समझना चाहिए। जिले में बनाए 108 धान खरीद केंद्र
जिले में धान की खरीद शुरू हो चुकी है और प्रशासन की ओर से कोविड के चलते जिले में 108 खरीद केंद्र बनाए गए हैं ताकि मंडियों में भीड़ न हो। कोविड-19 संबंधी मंडियों में सभी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं व लेबर, किसानों व आढ़तियों के लिए मास्क व सैनिटाइजर की पूरी व्यवस्था की गई है। मंडियों में आने वाली किसानों की ट्रालियों व वाहनों को सैनिटाइज किया जा रहा है। जिले में धान की पराली को आग लगाने से रोकने के लिए तहसील व ब्लाक स्तर पर टीमें बनाई गई हैं, जो कि इलाके में पराली को आग लगाने संबंधी घटनाओं पर नजर बनाए रखती हैं।
डेंगू पर रोक के लिए वार्ड स्तर पर की जा रही फागिंग
जिले में अब तक डेंगू से संबंधी 70 केस रिपोर्ट हो चुके हैं। जिले में नगर निगम, नगर कौंसिल व नगर पंचायतों की ओर से वार्ड स्तर पर फागिग जारी है लेकिन जब तक लोग सहयोग नहीं करेंगे तब तक इस बीमारी पर काबू नहीं पाया जा सकता।