घरवालों से दूर रहकर अपने कर्तव्य को निभा रहे डीएसपी सतीश
महामारी के रूप में फैले कोरोना वायरस के खतरे से देश की जनता को बचाने कान सख्ती से पालन हो रहा है।
रामपाल भारद्वाज, गढ़शंकर
पूरी दुनिया में महामारी के रूप में फैले कोरोना वायरस के खतरे से देश की जनता को बचाने के लिए लगाए गए कर्फ्यू का सख्ती से पालन कराने के लिए गढ़शंकर उपमंडल के डीएसपी सतीश कुमार अपने घरवालों से दूर पुलिस कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर फ्रंटलाइन पर अपने कर्तव्य का पालन करने के लिए भूख प्यास व धूप की परवाह न करते हुए डटे हुए है। डीएसपी गढ़शंकर सतीश कुमार ने बताया कि उनके घरवाले पटियाला में रहते है वह 22 मार्च को उनसे मिलकर गढ़शंकर आए थे और वीरवार को एक महीना हो गया है, अपने बीबी बच्चों से मिले हुए।
नवांशहर के पठलावा गांव के कोरोना वायरस से मरीज की मौत हो जाने के बाद होशियारपुर जिले में कोरोना वायरस का पहला मरीज मोरांवाली में सामने आने के साथ ही उनकी पहली प्राथमिकता बन गई थी कि इस वायरस को अन्य गांवों के लोगों में फैलने से रोकने की इसलिए उन्होंने सख्ती बरतते हुए प्रशासन के आदेश पर मोरांवाली सहित आसपास के छह गांवो को सील करने के साथ ही सब जगह नाकाबंदी कर पुलिस कर्मियों की ड्यूटी लगा दी।
मोरांवाली को सील करने के बाद एसएचओ गढ़शंकर इकबाल सिंह के साथ कड़ी नजर रखी कि कोई भी बाहरी व्यक्ति सील किए गांवो में न जा सकें। डीएसपी गढ़शंकर ने बताया कि वह एसएचओ गढ़शंकर के साथ मिलकर शहर में बेवजह बाइक पर घूमने वालों को प्यार से समझते हैं कि क़र्फ्यू आप लोगों की भलाई के लिए लगाया गया है। जिससे कोई भी व्यक्ति कोरोना की चपेट में न आ जाए। कभी कभी तो बिना खाना खाए ही पूरा दिन गुजर जाता है व ऊपर से सभी दुकानें बंद होने के कारण चाय भी नसीब नहीं होती। रोहतक के गांव दिदाना के रहने वाले हैं डीएसपी
डीएसपी गढ़शंकर सतीश कुमार ने बताया कि उनका गांव दिदाना हरियाणा के रोहतक में जिले में पड़ता है, पर वह बच्चों के साथ पटियाला शहर में रहते हैं। उन्होंने कहा कि घरवालों की याद तो बहुत आती है पर उनका फर्ज बनता है कि वह गढ़शंकर वासियों के इस खतरनाक बीमारी से बचा कर रखे। इसलिए वह अपने बीबी बच्चों के साथ फोन पर बात कर उनका हालचाल पूछ लेते हैं और उन्हें हिदायत देते है कि सभी अपने घरों के अंदर रहे।