Move to Jagran APP

सपोर्टिग पत्तियां खोल कर ले गए नशेड़ी, 66 केवी का खंभा गिरा

पंजाब में नशा खत्म करने के सरकार के दावे केवल कागजों तक ही सीमित हैं। हालात यह है कि नशे की खोज में नशेड़ी सभी हदें पार कर जाते हैं चाहे फिर उनकी जान पर ही क्यों न बन आए।

By JagranEdited By: Published: Sat, 21 May 2022 03:58 PM (IST)Updated: Sat, 21 May 2022 03:58 PM (IST)
सपोर्टिग पत्तियां खोल कर ले गए नशेड़ी, 66 केवी का खंभा गिरा

संवाद सहयोगी, माहिलपुर : पंजाब में नशा खत्म करने के सरकार के दावे केवल कागजों तक ही सीमित हैं। हालात यह है कि नशे की खोज में नशेड़ी सभी हदें पार कर जाते हैं चाहे फिर उनकी जान पर ही क्यों न बन आए। ऐसा ही एक मामला चब्बेवाल के गांव ढक्कों में देखने को मिला। ढक्कों में नशेड़ियों ने नशे की पूर्ति के लिए 66 केवी खंभे की सपोर्टिग पत्तियां ही खोलकर खुर्द बुर्द कर दी। जिसका नतीजा यह निकला कि खंभा तेज हवा आने पर गिर गया और तारें खेतों में बिखर गई। गनीमत यह रही कि जब खंभा गिरा तो मौके पर कोई नहीं था नहीं तो तारों की चपेट में आने से कोई भी हताहत हो सकता था। जानकारी देते हुए गांव के युवक गुरविदर सिंह ने बताया कि उन्होंने कुछ दिन पहले बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों को इस बाबत जानकारी दे दी थी और साथ ही संदेह जताया था कि तेज हवा चलने पर यह खंभा गिर सकता है और कोई दुर्घटना हो सकती है। साथ ही इलाके में कई गांवों में बिजली संकट का सामना करना पड़ सकता है। गुरविदर सिंह ने बताया कि ठेकेदार द्वारा घटिया किस्म का काम करने के कारण बिजली विभाग के खंभो से नशेड़ी आसानी से लोहा चोरी कर लेते हैं। उसने बताया कि कई खंभो की सपोर्टिग पत्तियां नशेड़ियों द्वारा चोरी कर ली गई है और इन बात की जानकारी संबंधित अधिकारियों को भी है लेकिन वह कुंभकर्णी नींद में सोए हुए हैं। इस संबंध में एक्सईएन बिजली विभाग फीडर माहिलपुर से बात की गई तो उन्होंने कहा कि लाइन को जल्द चालू कर दिया जाएगा और अन्य खंभो की भी जांच की जाएगी।

loksabha election banner

Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.