गन्ने के दाम बढ़ाने के लिए दोआबा किसान कमेटी आज से संघर्ष पर
दोआबा किसान कमेटी के प्रधान जंगवीर सिंह चौहान ने गांव नरियाला में गन्ने के दाम में बढ़ोतरी को लेकर लगाए जाने वाले धरने के संबंध में किसानों के सहयोग के लिए बैठक की।
संवाद सहयोगी, टांडा उड़मुड़ : दोआबा किसान कमेटी के प्रधान जंगवीर सिंह चौहान ने गांव नरियाला में गन्ने के दाम में बढ़ोतरी को लेकर लगाए जाने वाले धरने के संबंध में किसानों के सहयोग के लिए बैठक की। प्रधान जंगवीर सिंह ने कहा कि पांच साल से गन्ने के दाम में कोई भी बढ़ोतरी नहीं हुई है और सहकारी व प्राइवेट मिलों की तरफ से गन्ना 310 रुपये प्रति क्विंटल खरीदा जा रहा है। पड़ोसी राज्य हरियाणा में गन्ने का दाम 350 रुपये प्रति क्विंटल है। इस कारण पंजाब में गन्ने का दाम 400 रुपये प्रति क्विंटल किया जाए और। इसके अलावा सरकारी व निजी मिलों की तरफ से 200 करोड़ रुपये देनदारी को तुरंत खातों में डाला जाए। अंत में प्रधान जंगवीर सिंह ने 20 अगस्त को सुबग 10 बजे जालंधर-धन्नोवाली फाटक के नजदीक रामामंडी कैंट नेशनल हाईवे पर अनिश्चित समय के लिए धरने में किसानों को पहुंचने की अपील की। इस मौके प्रितपाल सिंह, जगजीत सिंह, हरविदर सिंह, बलकार सिंह, मक्खन सिंह, हरप्रीत सिंह, जगीर सिंह, बलवीर सिंह, हरजीत सिंह, योधा सिंह, तेजप्रीत सिंह, कुलविदर सिंह, होशियार सिंह, रविदर सिंह, ओंकार सिंह उपस्थित थे।
पंचायत समिति व जिला परिषद पेंशनर्स का धरना जारी
संवाद सहयोगी, मुकेरियां : बीडीपीओ कार्यालय के समक्ष पंचायत समिति व जिला परिषद पेंशनर्स का पेंशन समय पर जारी न करने पर प्रदर्शन 80वें दिन भी जारी रहा। इसमें पंचायत समिति कर्मचारियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। पेंशनरों व कर्मचारियों ने मांगों को तत्काल पूरा करने की मांग करते प्रदेश सरकार व विभाग के खिलाफ नारेबाजी की। वक्ताओं ने मांग की कि पंचायती राज विभाग मासिक पेंशन के भुगतान के लिए स्थायी योजना बनाए और नियमानुसार हर माह पेंशन प्रदान करे। इसके साथ ही छठे वेतन आयोग की रिपोर्ट में फिर से संशोधन किया जाए और पंचायत सचिव समिति के कर्मचारियों को कोषागार से वेतन दिया जाए। इस मौके राजेंद्र सिंह लोहागढ़, सुरिदर हाटा प्रधान, युद्धवीर सिंह सुपरिंटेंडेंट, ब्लाक प्रधान हरमिदर सिंह, सुरिद्र पाल, विनोद कुमार, जोगिदर सिंह, मुख्तार सिंह, हीरा सिंह, सतपाल, मुल्ख राज, अमरनाथ, धर्मेंद्र सिंह, रुपिदर सिंह मौजूद थे।