दुबई में मौत की सजा काट रहे बेटे को बचाने की गुहार
दुबई की अदालत से हत्या के मामले में गोली मारकर मौत की सजा पाने वाले युवक के परिजनों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। परिवार वालों की मांग है कि सरकार उनके बेटे की घर वापसी करवाए।
रामपाल भारद्वाज, माहिलपुर
दुबई की अदालत से हत्या के मामले में गोली मारकर मौत की सजा पाने वाले युवक के परिजनों ने सरकार से मदद की गुहार लगाई है। परिवार वालों की मांग है कि सरकार उनके बेटे की घर वापसी करवाए। मौत की सजा पाने वाला युवक माहिलपुर के वार्ड आठ का रहने वाला चरणजीत सिंह है। परिवार की गरीबी दूर करने के लिए वह 2020 में दुबई गया था जहां चरणजीत सिंह को पाकिस्तानी लड़के के कत्ल मामले में दुबई की अदालत ने गोली मारकर मारने की सजा सुनाई है। पिता तिलक राज व मां बबली ने बताया कि चरणजीत सिंह (21) दसवीं पास है और वह घर की गरीबी दूर करने के लिए फरवरी 2020 में बतौर हेल्पर के तौर पर दुबई गया था। वहां जाने के कुछ महीने के बाद जब वहां रोजे चल रहे थे तो चरनजीत सिंह सहित आठ युवक शराब के एक मामले में पुलिस की रेड में पकड़े गए। उस समय चरनजीत सिंह समेत तीन युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और चार युवक फरार हो गए थे। शराब के केस में तीन साथियों को 1-1 साल की सजा हुई जबकि चरणजीत सिंह को पाकिस्तानी युवक के कत्ल मामले में नामजद कर लिया था। वहीं तीनों युवक एक एक साल की सजा काट चुके है जबकि चरणजीत सिंह दुबई में अलवाटला सेंटर जेल आबुधाबी में बंद है।
कर्ज उतारने के लिए बेच दिया मकान
तिलक राज ने कहा कि चरनजीत सिंह को विदेश भेजने के लिए ब्याज पर कर्ज उठाया था और उसके पकड़े जाने के बाद कर्ज उतारने के लिए घर बेच दिया और ससुराल में रहकर जीवनयापन कर रहे हैं।