डीएपी खाद की कीमतों में राहत देना सराहनीय फैसला : सूद
अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीएपी खाद के कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि होने से 700 रुपये प्रति बोरी बढ़ने अनिवार्य थे। केंद्र सरकार पहले ही डीएपी खाद की प्रति बोरी पर 500 रुपये सब्सिडी दे रही थी। 1700 रुपये मूल्य की डीएपी खाद किसानों को 1200 रुपये प्रति बोरी में उपलब्ध करवाई जा रही थी।
संवाद सहयोगी, होशियारपुर : अंतरराष्ट्रीय बाजार में डीएपी खाद के कच्चे माल की कीमतों में वृद्धि होने से 700 रुपये प्रति बोरी बढ़ने अनिवार्य थे। केंद्र सरकार पहले ही डीएपी खाद की प्रति बोरी पर 500 रुपये सब्सिडी दे रही थी। 1700 रुपये मूल्य की डीएपी खाद किसानों को 1200 रुपये प्रति बोरी में उपलब्ध करवाई जा रही थी। भाजपा नेताओं पूर्व कैबिनेट मंत्री तीक्ष्ण सूद, जिला अध्यक्ष निपुण शर्मा, महामंत्री विनोद परमार, जिला उपाध्यक्ष सुरेश भाटिया, हरदोखानपुर मंडल अध्यक्ष अश्वनी गैंद ने कहा कि केंद्र सरकार हमेशा ही किसान हितैषी रही है। पहले भी किसानों के हक में बहुत से फैसले लिए गए हैं। इसमें खास तौर पर किसानों को 6000 रुपये प्रति वर्ष सम्मान निधि, मिट्टी का स्वास्थ्य मुफ्त में जांचना व फसली बीमा, किसान पेंशन आदि सुविधाएं भी शामिल हैं। नए कृषि सुधार कानूनों के जरिए भी केंद्र सरकार ने किसानों की आर्थिक हालत सुधारने के लिए सटीक कदम उठाए हैं।
अब डीएपी खाद के अंतरराष्ट्रीय बाजार में मूल्य वृद्धि के चलते डीएपी खाद किसानों को पिछले मूल्य पर ही उपलब्ध करवाने के लिए 700 रुपये प्रति बोरी अतिरिक्त सब्सिडी देकर करीब 15 हजार करोड़ का बोझ केंद्र सरकार के खजाने पर पड़ेगा, लेकिन किसानों को काफी राहत मिलेगी। भाजपा नेताओं ने कहा कि इससे पहले किसानों को राहत देने के लिए इस प्रकार के बड़े फैसले विपक्षी पार्टी की सरकारों को ओर से कभी नहीं लिए गए। भाजपा नेताओं ने केंद्र सरकार के इस फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का धन्यवाद किया है।