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चुनाव रिहर्सल के लिए जा रहे बैंक कर्मी की सड़क हादसे में मौत

विधान सभा चुनाव 2022 के लिए लगी ड्यूटी के चलते रिहर्सल में जा रहे एक बैंक कर्मी की हादसे में मौत हो गई।

By JagranEdited By: Published: Tue, 18 Jan 2022 10:10 PM (IST)Updated: Tue, 18 Jan 2022 10:10 PM (IST)
चुनाव रिहर्सल के लिए जा रहे बैंक कर्मी की सड़क हादसे में मौत
चुनाव रिहर्सल के लिए जा रहे बैंक कर्मी की सड़क हादसे में मौत

संवाद सहयोगी, होशियारपुर

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पंजाब विधान सभा चुनाव 2022 के लिए लगी ड्यूटी के चलते रिहर्सल में जा रहे एक बैंक कैशियर की सड़क हादसे में मौत हो गई। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची थाना बुल्लोवाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम के लिए सरकारी अस्पताल होशियारपुर भेज दिया।

पलिस को दिए बयान में मृतक 48 वर्षिय दविदर कुमार पुत्र हेम राज निवासी गांव सूसां के भाई मनजीत सिंह ने बताया कि उनका भाई जो कोआपरेटिव बैंक बुल्लोवाल में कैशियर के रूप में तैनात थे वह मंगलवार सुबह करीब नौ बजे अपनी मोटरसाइकिल पर पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए रिहर्सल के लिए होशियारपुर आइटीआइ जा रहा था। जैसे ही दविदर सिंह गांव आहरा कूंटा से थोड़ा आगे निकला तो बुल्लोवाल की तरफ से तेज रफ्तार कार नंबर पीबी07बीके 5268 के चालक ने मोटर साइकिल को टक्कर मार दी, जिससे उसकी भाई की मौत हो गई। चैक बाउंस के दोषी को दो वर्ष कैद

जिला सैशन जज अमरजोत भट्टी की अदालत ने एक चैक बाउंस के मामले की सुनवाई करते हुए एक आरोपित को दोषी करार देते हुए दो वर्ष कैद की सजा सुनाई।

जानकारी अनुसार आठ अक्टूबर 2011 को शिकायत करता सुभाष चंद्र पठानिया पुत्र महिदर कुमार निवासी गली नंबर तीन माडल टाऊन तलवाड़ा ने बताया कि दोषी मुनीश कुमार पुत्र रमेश लाल निवासी हाजीपुर ने उसे अपनी जमीन दस मरले संसारपुर टैरिस स्थित है दिखा कर बेचने के लिए एख लाख पचास हजार रुपये बयाना के रूप में लिए और रजिस्ट्री कराने का चार महीने का समय दे दिया। मगर जब भी रजिस्ट्री कराने का समय आता तो वह कोई न कोई बहाना बना देता ऐसे ही उसने काफी समय बिता दिया। इसी दौरान पता चला कि मुनीश कुमार ने उक्त जमीन पीएनबी बैंक के पास रख कर कर्ज ले लिया है। जो अब वह वापिस नहीं कर रहा है। इसी दौरान मुनीश ने उक्त जमीन किसी और के पास बेच दी। अब जब भी मुनीश से पैसे मांगता हूं तो वह टालमटोल करता रहता था। सात अक्टूबर 2013 को मुनीश ने दो लाख का चैक दे दिया जो उसने बैंक में लगाया तो 15 अक्टूबर को चैक बाउंस हो गया। पुलिस ने उक्त मामले की सुनवाई करते हुए दोषी मुनीश कुमार को दो वर्ष कैद की सजा सुनाई ।


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