गोशाला की आड़ में सरकारी जमीन पर कब्जा, जांच करने गए अधिकारियों की कार तोड़ी
होशियारपुर-चितपूर्णी रोड पर मंगोवाल के पास गोशाला की आड़ में एक बाबा द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा करने अवैध खनन और पेड़ काटने का फोरेस्ट विभाग के अधिकारियों को पता चला तो वह जांच करने पहुंचे।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर: होशियारपुर-चितपूर्णी रोड पर मंगोवाल के पास गोशाला की आड़ में एक बाबा द्वारा सरकारी जमीन पर कब्जा करने, अवैध खनन और पेड़ काटने का फोरेस्ट विभाग के अधिकारियों को पता चला तो वह जांच करने पहुंचे। इस दौरान बाबा के 10-15 कारिदों ने ब्लॉक अधिकारी पर तेजधार हथियारों से हमला कर दिया। हमले की भनक पहले ही ब्लॉक अधिकारी को लग गई और वह तुरंत गाड़ी में बैठ गए और तुरंत मौके से वापस निकल गए। बाबा के कारिंदों ने कार से भी तोड़फोड़ की। यही नहीं जब वह कार लेकर वापस आने लगे तो बाबा के कारिदों ने काफी दूर तक उनका पीछा किया। ब्लॉक अधिकारी थाना सदर पहुंचे और उन्होंने शिकायत दर्ज करवाई। मामले की जांच की जा रही है।
थाना सदर पहुंचे फोरेस्ट विभाग के ब्लॉक अधिकारी अवतार सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि चितपूर्णी-होशियारपुर रोड पर मंगोवाल के पास एक नई गोशाला का निर्माण किया गया है। जिस जमीन पर गोशाला बनाई गई है, वह सरकारी है। सूचना यह भी मिली थी कि कुछ दिनों से रात के समय पेड़ कटवाकर माइनिग की जा रही है। सूचना मिलते ही वह अपने एक सहायक अधिकारी कर्मजीत सिंह के साथ मंगलवार रात करीब 1.30 बजे वह अपनी गाड़ी में मौके देखने के लिए निकल पड़े। अंधेरा घना था सूचना मिली रही थी कि रात के समय धड़ल्ले से माइनिग हो रही है। उन्होंने जाते ही गोशाला के मालिक के बारे में पूछा तो वहां पर मौजूद एक बाबा जो अपना नाम अचार्य महादेव पुरी बता रहा था ने बताया कि वह इसका मालिक है। उसके साथ 10 से 15 लोग और भी मौजूद थे। अवतार सिंह ने बताया कि उन्होंने जाकर माइनिग करने व जमीन के दस्तावेज दिखाने व जंगल की जमीन के पेड़ काटने के बारे में पूछना शुरू कर दिया। पहले तो उक्त बाबा ने बताया कि यह जमीन उसकी है और उसके पास जमीन की रजिस्ट्री है। पर जल्दी ही वह हड़बड़ा गया। मौके पर तीन जेसीबी खनन कर रहीं थीं। उन्होंने काम बंद करने के लिए कहा और जेसीबी के आपरेटरों को थाने में चलने के लिए कहा। जिस पर एक जेसीबी चालक मौके पर जेसीबी छोड़कर भाग गया। जब उन्होंने जेसीबी थाने ले जाने की बात की तो बाबा के साथ बाकी अन्य लोगों ने उन पर हमला कर दिया। इस दौरान पीछे से एक व्यक्ति भागता हुआ आया जिसके हाथ में एक तेजधार हथियार था। उसने आते ही उन पर वार कर दिया। किसी प्रकार से कर्मवीर व वह बच गए और पीछे की तरफ भागे। वह तुरंत मौके नजाकत को देखते हुए गाड़ी में घुस गए और जैसे ही वहां से भागने के लिए गाड़ी मोड़ी उनमें से एक ने बोनट पर तेजधार हथियार से वार किया और कार का शीशा टूट गया। जैसे-तैसे वह जान बचाकर मौके से भाग गए। फोटो--9बी
मौके से भागे तो कुछ दूर तक किया पीछा
अवतार सिंह ने बताया कि वह अपनी गाड़ी में बच कर निकल तो गए लेकिन अंधेरा होने का फायदा उठाते हुए उक्त आरोपितों ने भी उनका पीछा करना शुरू कर दिया। काफी दूर तक उनका पीछा किया। वह घबरा गए थे और वह सीधे अपनी गाड़ी लेकर थाना सदर में पहुंच गए और सारी बात बताई। पुलिस ने इस मामले में अवतार सिंह से शिकायत लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोपित कब्जे में ली गई जेसीबी भी छुड़वा कर ले गए। मंगलवार रात को पहुंचे जांच करने
ब्लॉक अधिकारी अवतार सिंह ने बताया कि इलाके में से उन्हें काफी समय से सूचना मिल रही थी कि रात को अवैध तौर पर धड़ल्ले से माइनिग होती है और जहां पर कब्जा किया है वह अवैध है। जिस जमीन को कब्जा लिया था, उसके आसपास के सारे पेड़ काट कर ठिकाने लगा दिए गए। इसके बाद पेड़ काटने के बाद खाली हुई जगह को समतल करने के लिए माइनिग की जा रही थी। जो रात को ही हो रही थी। जिसकी जांच के लिए उन्होंने मंगलवार रात का समय तय किया था ताकि जमीनी हकीकत का पता चल सके। हमला नहीं किया गया: बाबा महादेव पुरी
बाबा महादेव पुरी ने कहा कि वह निरंजनी अखाड़ा हरिद्वार से संबंध रखते हैं। चितपूर्णी आते थे तो यहां पर अकसर रास्ते में बेसहारा पशु मिलते थे। मन में विचार किया कि यदि गोशाला बनाई जाए तो हादसे कम होंगे और आम जन को लाभ होगा। जिस जमीन को यह कब्जा बता रहे हैं, उसकी रजिस्ट्री उनके पास है। माइनिग नहीं की जा रही है। गोशाला को समतल किया जा रहा था। हमने हमला नहीं किया। गोशाला का निर्माण चल रहा था। यह अड़चन पैदा कर रहे थे। मामले की जांच होगी : थाना प्रभारी
थाना सदर के प्रभारी इंस्पैक्टर राजेश अरोड़ा ने बताया कि अभी मामला उन्हें साफ नहीं है। मामले की जांच की जा रही है। जो भी आरोपित पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। शिकायत अवैध निर्माण व माइनिग के संबंध में है।