निगम की बेलगाम अफसरशाही के खिलाफ एकजुट हों सभी पार्षद : परमार
नगर निगम होशियारपुर के कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों की मनमानी से लोग परेशान।
जागरण टीम, होशियारपुर :
नगर निगम होशियारपुर के कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों की तरफ से होशियारपुर वासियों के चुने हुए पार्षदों को अनदेखा कर व विकास कार्यों में अड़ंगा डाल रहे हैं। जो सरासर गलत हैं। उक्त विचार कांग्रेस नेता राजिदर सिंह परमार ने जारी विज्ञप्ति में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि नगर निगम अधिकारियों की घटिया कार्यशैली कारण विकास कार्य प्रभावित हो रहे हैं। परमार ने कहा कि होशियारपुर में बेलगाम हुई अफसरशाही व कर्मचारियों की नकेल कसने की जिम्मेदारी जनता के चुने हुए प्रतिनिधि पार्षदों की है। क्योंकि पार्षद के रूप में वार्ड की समस्याओं को हल करने के लिए वार्ड निवासियों ने उन्हें प्रतिनिधि चुना है। इसलिए हर पार्षद का फर्ज बनता है कि अपने वार्ड की हर समस्या को जल्द दूर करने के लिए प्रयत्न करें। जनता के चुने हुए पार्षद गांठ बांध ले कि नगर निगम के अधिकारी जनता के नौकर हैं। उनकी तरफ से दिए गए टैक्स में से ही इन्हें वेतन व सरकारी सुख सुविधाएं मिलती हैं। अगर कोई भी नगर निगम का अधिकारी अपने काम में लापरवाही करता है या अपने आका को खुश करने के चक्कर में शहर के विकास में रुकावट पैदा करने की कोशिश करता है सभी पार्षद इकट्ठे होकर उस अधिकारी के पास अपना विरोध दर्ज करवाएं या फिर हाउस की बैठक में उस अधिकारी के खिलाफ प्रस्ताव पेश कर सरकार को उस अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई के लिए मजबूर करें। परमार ने जोर देकर कहा कि सभी पार्षद एकजुट होकर अपनी ताकत पहचाने व नगर निगम अधिकारियों के खिलाफ हक की लडाई लड़े। परमार ने कई वर्षों से पद उन्नति के बावजूद मिलीभगत से होशियारपुर में डेरा डाले बैठे अधिकारियों के तुरंत बदली की मांग करते हुए कहा कि नगर निगम की आने वाली हाउस की बैठक में पंजाब सरकार से इन अधिकारियों की बदली के संदर्भ में लिखा जाए। इस अवसर पर उनके साथ नगर निगम पार्षद जसविदर पाल, पार्षद विकास गिल व शिदा बीटन आदि मौजूद थे।