ढाई माह बीते, सेल्समैन की हत्या पुलिस के लिए बनी रह गई पहले
नौ सितंबर को सुतैहरी रोड पर शराब के ठेके पर सेल्समैन की हत्या का मामला अभी भी पुलिस के लिए पहेली बना हुआ है।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : नौ सितंबर को सुतैहरी रोड पर शराब के ठेके पर सेल्समैन की हत्या का मामला अभी भी पुलिस के लिए पहेली बना हुआ है। लाख हाथ पांव मारने के बाद पुलिस के इस मामले में हाथ खाली हैं। हालांकि मामला दर्ज होने के बाद पुलिस दावे ठोक रही थी कि आरोपित जल्द की काबू कर लिया जाएगा, लेकिन पुलिस अभी तक इसी नतीजे पर ही नहीं पहुंच पाई है कि यह कत्ल रंजिशन में हुआ या फिर लूट की नीयत से हुआ। पुलिस जांच के घोड़े तो दौड़ा रही है पर कोई फायदा नहीं हो रहा है। पुलिस ने मामले में कई जगहों पर जांच के अलग-अलग पहलुओं के मद्देनजर छापेमारी की भी परंतु कुछ नहीं मिला।
नौ सितंबर की रात को करीब 9.30 बजे जब सुतैहरी रोड पर हथियार बंद युवक ठेके में दाखिल होकर सेल्समैन गौरव की गोली मारकर हत्या के बाद कैश ले जाता है। इस दौरान एक दो युवकों ने गोली की आवाज सुनी और युवक को ठेके से बाहर निकल कर भागते देख उसके पीछे भी गए, लेकिन वह गली में घुसकर अंधेरे का फायदा लेकर फरार हो जाता है। पुलिस इलाके के सीसीटीवी कैमरों की जांच भी करती है, लेकिन कोई फायदा नहीं होता।
कई मामले और भी ऐसे जिनमें तह तक नहीं पहुंच सकी पुलिस
अन्य भी कई लूट के मामले हैं जिनमें लुटेरे वारदातों को अंजाम देकर फरार हुए हैं, लेकिन पुलिस के पास हाथ मलने के सिवाय कोई चारा नहीं बचा। यदि बात पिछले दो महीने की करें तो ठेकों व पेट्रोल पंपों के सेल्समैनों के साथ हथियार के बल पर कई लूट की वारदातें हुई। 30 अक्टूबर को कमाही देवी के शराब के ठेके पर हथियारबंद नकाबपोश लुटेरों ने वारदात की। लुटेरे ठेके से हथियार के बल पर कैश लेकर फरार हो गए। गढ़दीवाला में हुई वारदात की गुत्थी भी नहीं सुलझी
एक नवंबर को गढ़दीवाला में कुछ नकाबपोश लुटेरों ने पिस्तौल व तेजधार हथियार के बल पर कस्बे के दोसड़का-टांडा रोड पर सकराला अड्डा के नजदीक एक पेट्रोल पंप को अपना निशाना बनाया। लुटेरे पंप के कारिदे से 23 हजार रुपये कैश व 40 हजार रुपये का इंजन ऑयल लेकर फरार हो गए। ये मामले भी के केवल कागजों में ही दफन रह गए
दो नवंबर को लुटेरों ने दसूहा के गांव आलमपुर में शराब के ठेके से पिस्तौल के बल पर लूट को अंजाम दिया था। इस मामले में लुटेरे के हाथ 18 सौ रुपये ही लगे। लुटेरों ने कारिदें पर गोली चलाई, लेकिन गोली उसे नहीं लगी। 26 अक्टूबर से लेकर दो नवंबर तक लुटेरे तलवाड़ा, कमाही देवी, दातारपुर व गढ़दीवाला के इलाके में चार वारदातों को अंजाम दे चुके थे। धोबीघाट से कार छीनने का मामला भी बना गले की फांस
26 नवंबर दिन मंगलवार बाद दोपहर होशियारपुर के धोबीघाट-बजवाड़ा बाईपास के सेंटर में मोटरसाइकिल सवार लुटेरों ने पिस्तौल के बल पर मर्चेंट नेवी अफसर को घायल करके उसकी कार लूट ली। प्रवीन कुमार निवासी मुकेरियां जोकि अपने दोस्त की कार लेकर सूद फार्म में कुत्ते देखने आया था की कार तीन लुटेरे पिस्तौल के बल पर छीन कर ले गए थे जो मामला अभी भी पुलिस के लिए गले की फांस बन चुका है। सॉफ्ट टारगेट चुन रहे लुटेरे
लुटेरे केवल सॉफ्ट टारगेट को ही निशाना बन रहे हैं। लुटेरे वह टारगेट चुनते हैं जो सुनसान या फिर शहर के कुछ दूरी पर हो। पेट्रोल पंपों व शराब के ठेकों में सेल लगातार होती रहती है, इसलिए वह इनको निशाना बना रहे हैं।