सात विधानसभा क्षेत्रों में 45 फ्लाइंग स्क्वायड टीमें 24 घंटे कार्यरत
भारतीय निर्वाचन आयोग की ओर से विधान सभा चुनाव की घोषणा के साथ ही जिले में फ्लाइंग स्क्वायड टीमों ने काम करना शुरू कर दिया।
जागरण टीम, होशियारपुर : भारतीय निर्वाचन आयोग की ओर से विधान सभा चुनाव की घोषणा के साथ ही जिले में फ्लाइंग स्क्वायड टीमों ने काम करना शुरू कर दिया। जिले के सभी सात विधान सभा क्षेत्रों में आदर्श चुनाव आचार संहिता के पालन को यकीनी बनाने के लिए 45 फ्लाइंग स्क्वायड टीमें तैनात की गई है। उक्त जानकारी जिला चुनाव अधिकारी अपनीत रियात ने दी। उन्होंने बताया कि फ्लाइंग स्क्वायड शिफ्टों के आधार पर 24 घंटे काम कर रही है ताकि जिले में विधान सभा चुनावों को सुचारू रूप से करवाया जा सके।
जिला चुनाव अधिकारी ने बताया कि हर विधान सभा क्षेत्र की जरूरत के हिसाब से टीमों का गठन किया गया है।
उन्होंने बताया कि अभी तक जिले में फ्लाइंग स्क्वायड को 186 शिकायतें भेजी गई हैं और इन टीमों की ओर से सभी शिकायतों का समयबद्ध तरीके से निपटारा किया गया है।
जिला चुनाव अधिकारी अपनीत रियात ने बताया कि टीमें अलग-अलग शिफ्टों में 24 घंटे काम करती है और इनकी शिफ्ट सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक, दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक व रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक होती है। क्योंकि यह टीमें निरंतर कार्यशील होती है, इस लिए शिकायत प्राप्त होने पर कई बार तो टीम को खाना छोड़कर भी शिकायत के निपटारे के लिए निकलना पड़ता है। उन्होंने फ्लाइंग स्कवायड टीम की ओर से दिन-रात तनदेही से की जा रही चुनावी ड्यूटी के लिए सराहना करते हुए आने वाले दिनों में और गंभीरता से ड्यूटी निभाने के निर्देश दिए। गठित की फ्लाइंग स्क्वायड टीमें
विधान सभा क्षेत्र मुकेरियां-6
दसूहा-5
उड़मुड़-6
शाम चौरासी-3
होशियारपुर -7
चब्बेवाल-9
गढ़शंकर-9 फ्लाइंग स्क्वायड टीम में ये शामिल
ड्राइवर के अलावा तीन पुलिस कर्मी, एक कैमरामैन, एक फ्लाइंग स्कवायड टीम इंचार्ज, 1 दर्जा चार कर्मचारी शामिल होता है। ऐसे करती है टीम कार्रवाई
सी-विजिल पर आई शिकायत के बाद रिटर्निंग अधिकारी की ओर से फ्लाइंग स्क्वायड टीम को शिकायत ट्रांसफर हो जाती है और सी-विजिल एप पर शिकायत को स्वीकार करने पर टीम को शिकायत वाले स्थान की लोकेशन मिल जाती है और उसके बाद पूरी टीम संबंधित लोकेशन पर पहुंच कर शिकायत के निपटारे संबंधी कार्रवाई कर इसकी रिपोर्ट रिटर्निंग अधिकारी को देता है। उन्होंने बताया कि फ्लाइंग स्क्वायड टीम के वाहन पर लगे जीपीएस सिस्टम के माध्यम से वाहन की हर गतिविधि व लोकेशन पर मुख्य चुनाव अधिकारी व जिला चुनाव अधिकारी कार्यालय में तैनात टीमों की ओर से नजर रखी जाती है। वाहन पर लगे कैमरे से उसके फ्रंट की लगातार वीडियोग्राफी होती रहती है, जिससे फ्लाइंग स्क्वायड की ओर से की जा रही सारी कार्रवाई रिकार्ड होती रहती है।