कोरोना के 118 केस आए सामने, दो लोगों ने तोड़ दिया दम
कोरोना के कारण मंगलवार को दो लोगों की मौत हो गई व 118 मामले सामने आए। तीन माह में हर रोज पाजिटिव मामले 100 से ऊपर आ रहे हैं।
जागरण संवाददाता, होशियारपुर : कोरोना के कारण मंगलवार को दो लोगों की मौत हो गई व 118 मामले सामने आए। तीन माह में हर रोज पाजिटिव मामले 100 से ऊपर आ रहे हैं। इस बीच, चाहे एक दो बार मामले सौ से नीचे आए हैं, लेकिन फिर भी मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है। राहत की बात यह है कि अब लोग वैक्सीनेशन के लिए आगे आ रहे हैं और धीरे-धीरे जिला होशियारपुर में सौ फीसद वैक्सीनेशन करवाने वाले गावों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इसी तहत पांच और गांवों में सौ फीसद वैक्सीनेशन पूरी हो गई जिसमें ब्लाका हारटा बडला का गांव राजनी देवी, हरीपुर, भीलोवाल, जहानखेलां व गांव नारी शामिल है। कोरोना की इस जंग में यदि जीत हासिल करनी है तो सभी को वैक्सीनेशन करवाना बहुत जरूरी है। इसके साथ ही सरकार की दी गई गाइडलाइंस का पालन करना होगा। लेकिन अफसोस अभी भी कुछ लोग मानने को तैयार नहीं है।
लेवल दो के 215 वलेवल तीन के मरीजों के लिए 24 बेड
कोरोना मरीजों के संपर्क में आने वाले 3337 लोगों के सैंपल लिए गए। पहले लिए 3606 सैंपलों की रिपोर्ट प्राप्त हुई है। नए केसों में दो दूसरे जिलों के हैं। कुल पाजिटिव मरीजों की संख्या 29,521 हो गई है। इसी तरह 5,98,808 कुल सैंपलों में से 5,69,386 नेगेटिव, 3068 की रिपोर्ट का इंतजार व 599 इनवैलेड हैं। एक्टिव केस 1016 है। जबकि ठीक होकर घर गए मरीजों की संख्या 27,571 है। जिले में लेवल-2 के मरीजों के लिए उपलब्ध 290 बेडों में से 215 खाली वलेवल तीन के मरीजों के लिए उपलब्ध 35 बेडों में से 24 खाली हैं।
एक लुधियाना व दूसरा अमृतसर में था उपचाराधीन
अब मौतों का आंकड़ा 934 हो गया है। मरने वाले दो लोगों में एक महिला व पुरुष है। इनकी पहचान ब्लाक हारटा बडला के गांव छावनी कलां का रहने वाले 67 वर्षीय व्यक्ति के तौर पर हुई है जोअमृतसर मेडिकल कालेज में उपचाराधीन था। इसके अलावा देपुर ब्लाक हाजीपुर की रहने वाली 36 वर्षीय महिला डीएमसी लुधियाना में उपचाराधीन थी।
अब तक 3,96,880 लोगों की हो चुकी है वैक्सीनेशन
जानकारी अनुसार जिले में अब तक 19,544 लाभार्थियों सहित कुल 3,96,880 लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। इसमें से 3,62,842 को पहली व 34.038 को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है। वैक्सीनेशन के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में जिले के सिविल व पुलिस अधिकारियों की देखरेख में कैंप, टेस्टिंग व जागरूकता अभियान को चरणबद्ध तरीके से चलाया जा रहा है।