शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास के लिए जरूरी है योग
संवाद सहयोगी, दीनानगर : योग शारीरिक मानसिक और बौद्धिक विकास के लिए बेहद जरूरी है। इसलिए इसे प्रतिदिन
संवाद सहयोगी, दीनानगर : योग शारीरिक मानसिक और बौद्धिक विकास के लिए बेहद जरूरी है। इसलिए इसे प्रतिदिन प्रात: सूर्य उदय होने से पहले किया जाना चाहिए। उक्त विचार स्थानीय दशहरा ग्राउंड में सरहदी लोक सेवा समिति की ओर से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर करवाए गए योग समारोह में ट्रेनर हरप्रीत ¨सह हैप्पी ने उपस्थित लोगों के समूह को संबोधित करने के दौरान व्यक्त किए। योग का कार्यक्रम सुबह 5 बजे शुरू किया गया जो, करीब 6:30 बजे तक संपन्न हुआ। इस दौरान उपस्थित लोगों को ताड़ासन, चक्रासन, भुजंगासन, अर्धघड़ीचक्र आसन आदि करवाए गए।
ट्रेनर हरप्रीत ¨सह हैप्पी ने बताया कि योग कई भयानक बीमारियों को मात देता है। उन्होंने कहा कि देश में कई ऐसे लोग है जो, विभिन्न भयानक बीमारियों से ग्रस्त थे लेकिन, योग के माध्यम से उन्होंने इन भयानक रोगों से छुटकारा पाया है। उन्होंने कहा कि पुरातन समय में योग के माध्यम से ही मन की अवस्था को शांत शरीर को तंदुरुस्त रखने के लिए प्रतिदिन योग किया जाता था लेकिन, आज के समय में पश्चिमी सभ्यताओं की नकल के कारण योग को करना भूलते जा रहे हैं। इस मौके पर जिला महासचिव संजीव शर्मा, उप प्रधान राजेश शर्मा, ब्लाक प्रधान तरसेम लाल शर्मा, भू¨पदर ¨सह, रोहित, दीपक, प्रेम सहित समिति के कई अन्य सदस्य उपस्थित थे।