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72 वर्ष बाद भी छह गांवों को जोड़ने वाला रास्ता नहीं हुआ पक्का

हलका कादियां के छह दर्जन गांवों को आज भी एक कच्ची सड़क जोड़ रही है। गर्मी में यह धूल उड़ाती है और बरसात में तालाब बन जाती है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 14 Dec 2019 11:57 PM (IST)Updated: Sun, 15 Dec 2019 06:10 AM (IST)
72 वर्ष बाद भी छह गांवों को जोड़ने वाला रास्ता नहीं हुआ पक्का
72 वर्ष बाद भी छह गांवों को जोड़ने वाला रास्ता नहीं हुआ पक्का

कुलदीप जाफलपुर, काहनूवान : हलका कादियां के छह दर्जन गांवों को आज भी एक कच्ची सड़क जोड़ रही है। गर्मी में यह धूल उड़ाती है और बरसात में तालाब बन जाती है। गांव सठियाली से निकलने वाली कच्ची सड़क को लेकर लोग परेशान हैं। गांव सठियाली से अपरबारी दोआब नहर के साथ-साथ जाने वाला यह कच्चा गांव नैनेकोट, वड़ैच, लाधूपुर, कीड़ी अफगाना, जागोवाल बांगर, जाफलपुर, राउवाल, चक्क याकूब को जोड़ती है। इस रास्ते की अभी तक किसी भी सरकार ने सुध नहीं ली।

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इस रास्ते सैकड़ों लोगों का आनाजाना होता है। कैबिनेट मंत्री रहे सेवा सिंह सेखवां भी इस कच्चे रास्ते को पक्का नहीं करवा सके। समर्थकों का कहना है कि कई बार कहने के बावजूद बादल के संगत दर्शनों में कहने के बावजूद भी इस रास्ते का पक्की सड़क के रुप में निर्माण नहीं हो सका।

विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा ने कहा कि इस रास्ते का काम वह पहल के आधार पर करवाएंगे। इसको लेकर गांव सठियाली व नैनेकोट के निवासियों ने पहले ही सूचित किया है। आने वाले बजट में इस सड़क के बारे में वह आवश्यक कम जारी करवा लेंगे।


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