आंधी से गिरे पेड़, रात भर 20 गांवों की बिजली रही गुल
शनिवार रात्रि आई बारिश और आंधी से जिले में कई जगह पर पेड़ व बिजली के पोल गिर गए।
जागरण संवाददाता गुरदासपुर : शनिवार रात्रि आई बारिश और आंधी से जिले में कई जगह पर पेड़ व बिजली के पोल गिर गए। इससे कई क्षेत्रों में बिजली सप्लाई भी प्रभावित भी हुई। डेरा बाबा नानक रोड, गुरदासपुर की जेल रोड, दीनानगर, बटाला आदि क्षेत्रों में आंधी से सड़कों पर पेड़ गिर गए।
मौसम विभाग ने तीन दिन लगातार तेज बारिश व आंधी आने का पहले से ही अलर्ट जारी कर दिया था। शनिवार को पूरे दिन भीषण गर्मी रही, लेकिन रात आठ बजे एकदम से आसमान में काले बादल छा गए और बाद में तेज आंधी शुरू हो गई। इसके दस मिनट के भीतर ही तेज बारिश से लोगों को गर्मी से राहत तो मिल गई। आंधी से तिब्बड़ फीडर के अंतर्गत आते 20 गांवों में पूरी रात बिजली गुल रही। बस स्टैंड की साइड वाली सड़क पर बड़ा पेड़ गिरने से यातायात बाधित हो गया। कर्मचारी बिजली बहाल करने के लिए पूरा दिन लगे रहे। जीआरपी--45
कलानौर में गिरे तीन 58 पोल व तीन ट्रांसफार्मर
संवाद सहयोगी, कलानौर : आंधी व बारिश से पेड़ों के साथ-साथ बिजली को पोल भी गिर गए। कलानौर-बटाला मार्ग के अलावा कई गांवों में आंधी से पेड़ जड़ से उखड़ गए। पावरकॉम की सब डिवीजन के एसडीओ खजान सिंह खैहरा ने बताया कि आंधी से सब डिवीजन में 25 फीडरों व 58 के करीब बिजली के पोल टूट गए। तीन ट्रांसफार्मर गिरने व तीन दर्जन के करीब स्थानों पर बिजली की तारें टूट गई। कर्मचारियों की टीमें बनेकर बिजली सप्लाई शुरू की जा रही है। बिजली सप्लाई रविवार बाद दोपहर तक चालू हो गई। ट्यूबवेलों की सप्लाई को चालू करने के लिए कर्मचारी काम कर रहे हैं। उधर, कलानौर-डेरा बाबा नानक रोड पर पड़ते तुली फ्यूल किसान सेवा केंद्र पर आंधी व बारिश से शेड व सोलर लाइटें बुरी तरह से प्रभावित हो गई है। स्टेशन के मालिक नितिन तुली ने बताया कि करीब दो से ढ़ाई लाख रुपये का नुकसान हो गया है। आम और सब्जियों की फसल को नुकसान
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संवाद सहयोगी, कादियां : आंधी से कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए और कई दुकानों के बोर्ड भी उड़ गए। तेज हवाओं से आम की बागबानी को भरी नुकसान पहुंचा और पक्के हुए गिर गए। कद्दू, करेला, टमाटर, खीरा आदि सब्जियों की फसल को भी नुकसान पहुंचा। दुकानों पर गिरा पेड़
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संवाद सूत्र, धारीवाल : आंधी से नहर किनारे दो खोखेनुमा दुकानों पर पेड़ गिर गए। पीड़ित दुकानदार मक्खन व रौकी ने बताया कि वे दुकानों पर मीट आदि बेचने का काम करता है। रात को आंधी से उनकी दुकानों पर करीब 100 साल पुराना एक बड़ा सिबल का पेड़ गिर गया।