कूड़े के ढेर से नहीं मिली मुक्ति
भले ही नगर कौंसिल की ओर से शहर को साफ सुथरा रखने के लिए कड़े प्रयास किए जा रहे हैं।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : भले ही नगर कौंसिल की ओर से शहर को साफ सुथरा रखने के लिए कड़े प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन शहर के बीचो बीच मुख्य सड़कों पर लगे कूड़े के ढेर आज भी लोगों के लिए परेशानी का कारण है। एक तरफ जहां खाद्य पदार्थो की बिक्री हो रही होती है दूसरी तरफ कूड़े के ढेर आम जनता के लिए चुनौती रहते हैं।
स्वास्थ्य विभाग भी दुकानदारों को साफ-सुथरी चीजें भेजने की अपील करता है। जबकि दूसरी तरफ कूड़े के ढेर पर पड़ने वाली मक्खी मच्छर से होने वाली बीमारियां से लोग परेशान रहते हैं। गुरदासपुर की गीता भवन रोड पर कई सालों से कूड़े के डंपर को भले ही मौजूदा कांग्रेसी विधायक ने उठवा दिया हो, लेकिन अब भी शहर के ऐसे कई इलाकों में कूड़े के ढेर सड़कों पर लगे हैं, जिन्हें उठाना आने वाले विधायक के लिए चुनौती रहेगा। शहर की जनता का कहना है कि अगर शहर में कूड़े के ढेर उठा दिया जाए तो हमारा शहर साफ सुथरा दिखाई देगा। कूड़े के ढेर करते हैं स्वागत
गुरदासपुर शहर में पठानकोट में अमृतसर से आने वाले लोगों का स्वागत कूड़े के ढेर करते हैं। शहर के मुख्य पठानकोट गुरदासपुर मार्ग पर कई जगह पर कूड़े के ढेर लगे हुए हैं, जिसे उठाने के लिए भले ही नगर कौंसिल के कर्मचारी रोजाना जद्दोजहद करते हैं जबकि इन्हें खत्म कर पाना और प्रशासन के बस की बात नहीं है। शहर निवासी संजीव महाजन, बलबीर कुमार, पिकू सारथी, सुरेंद्र पाल गुरचरण सिंह आदि लोगों का कहना है कि शहर के मुख्य सड़कों से कूड़े के ढेर खत्म होने चाहिए ताकि शहर की सुंदरता को ग्रहण ना लग सके। गली मोहल्लों के बाहर बने डंपर
विधानसभा चुनाव के चलते शहर के लोगों ने पालिटिकल रैलियों में राजनेताओं से यह मांग की है कि मोहल्ला निवासियों को अपना घर का कूड़ा फेंकने में भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। लोगों ने कहा कि देश की राजधानी दिल्ली की तर्ज पर जैसे दिल्ली में कूड़े की गाड़ी गली-गली में सायरन बजाकर लोगों से कूड़ा एकत्रित करती है उसी तर्ज पर गुरदासपुर में भी ऐसा किया जाए ताकि लोग घरों का कूड़ा आराम से डस्टबिन में फेंक सकें और सफाई कर्मचारी पर निर्भर ना रहना पड़ा।