इस बार नहीं होगा रामलीला का मंचन
दशहरा से पहले हर साल शहर में कई जगह रामलीला का मंचन किया जाता था।
बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर
दशहरा से पहले हर साल शहर में कई जगह रामलीला का मंचन किया जाता था। लेकिन इस बार कोरोना वायरस की वजह से रामलीलाओं का मंचन नहीं होगा।
रविवार को गीता भवन मंदिर में एक रामलीला क्लबों के प्रधान हरदीप सिंह रियाड़ ने नेतृत्व में एक बैठक हुई। इसमें हरदीप सिंह ने स्पष्ट किया कि कोरोना वायरस एक ऐसी छूआछूत की बीमारी है, जो लोगों में तेजी से फैल रही है। पिछले तीन माह में गुरदासपुर के अंदर 65 लोगों ने कोरोना वायरस की वजह से दम तोड़ दिया है, जोकि बहेद चिता का विषय है। इन्ही सभी बातों को ध्यान में रखते हुए इस बार रामलीलाओं का मंचन नहीं किया जाएगा।
हरदीप सिंह रियाड़ के मुताबिक अगर वे रामलीलाओं का मंचन करते है तो गली-मोहल्लों से लोग प्रभु श्री राम जी का मंचन देखने के लिए भारी संख्या में एकत्रित होंगे। ऐसे में क्लब के लिए शारीरिक दूरी बना पाना असंभव है। अगर कोविड-19 पॉजिटिव मरीज लोगों के बीच बैठता है तो अन्य लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। इसके चलते संस्था रामलीलाओं का मंचन नहीं करेगी। सभा के सदस्य करेंगे पाठ
गुरदासपुर शहर में करीब दो दर्जन से अधिक रामलीला क्लबों की ओर से मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम जी की चरित्र पर आधारित रामलीला का मंचन किया जाता है। इसे रद कर दिया गया है। इस बार संस्था के सभी सदस्य मंच पर एकत्रित होकर राम नाम का पाठ व हनुमान चालीसा का गुणगान करेंगे। कोरोना का त्योहारों पर असर
रामलीला के मंचन के साथ ही दशहरा पर्व, करवाचौथ, दीपावली आदि की शुरुआत हो जाती है। ऐसे में जिस तरीके से गुरदासपुर जिले में कोरोना वायरस फैल रहा है, सभी त्योहारों पर इसका सीधा असर होता दिखाई दे रहा है। बता दें कि जिन जगहों पर रामलीला का मंचन होता था, वहां पर मेले जैसा माहौल होता था।