रावी दरिया दे रहा किसानों को दर्द, 50 एकड़ जमीन डूबी
भारत-पाक सीमा के साथ बहते रावी दरिया के पानी में डेरा बाबा नानक के अंतर्गत आते गांव गुरचक्क के करीब एक दर्जन किसानों की 50 एकड़ जमीन डूब चुकी है।
महिदर सिंह अर्लीभन्न, कलानौर
भारत-पाक सीमा के साथ बहते रावी दरिया के पानी में डेरा बाबा नानक के अंतर्गत आते गांव गुरचक्क के करीब एक दर्जन किसानों की 50 एकड़ जमीन डूब चुकी है। इससे किसान काफी परेशान हैं। किसानों को इस नुकसान के लिए अब तक कोई मुआवजा नहीं मिलता है।
किसान नंबरदार सुखवंत सिंह ने बताया कि उनकी अब तक 15 एकड़ जमीन रावी दरिया की चपेट में आ चुकी है। इसके अलावा कुन्नण सिंह की पांच एकड़, सुरजीत सिंह की पांच एकड़, कर्णदीप सिंह व जगमोहन सिंह की सात एकड़, बलदेव सिंह की पांच एकड़, रतन सिंह की पांच एकड़, सरदूल सिंह की छह एकड़ व अन्य किसानों की करीब 50 एकड़ जमीन भारत-पाक विभाजन के बाद अब तक दरिया में समा चुकी है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष रावी दरिया के पानी का बहाव तेज होने के कारण उनकी दो ट्यूबवेल मोटरें और जमीन भी दरिया की भेंट चढ़ गई थी। इसके अलावा पानी के तेज बहाव के कारण हर साल किसानों की गन्ने, मक्की, धान, गेहूं आदि फसल नष्ट हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि गांव वासी 850 एकड़ के करीब जमीन के मालिक है। इसमें से 600 एकड़ के करीब जमीन रावी दरिया से पार पड़ती है। रावी दरिया गांव गुरचक्क की जमीन में से भी बहता है। हर साल किसानों की फसलें व जमीन दरिया की भेंट चढ़ने के बावजूद अब तक पंजाब व केंद्र सरकार ने किसानों को कोई मुआवजा नहीं दिया है। उन्होंने पंजाब सरकार और ड्रेनेज विभाग के उच्चाधिकारियों से मांग की है कि दरिया के पानी से कटाव हो रही जमीन को बचाने के लिए तुरंत पांच के करीब स्टड बनाए जाए। ड्रेनेज विभाग 65 लाख रुपये से बनाएगा चार स्टड
ड्रेनेज विभाग के एसडीओ कमल गुप्ता ने बताया कि विधासभा हलका डेरा बाबा नानक के विधायक और सहकारिता मंत्री सुखजिदर सिंह रंधावा के प्रयासों से ड्रेनेज विभाग द्वारा शीघ्र ही 65 लाख रुपये से चार स्टड व रिवेटमेंट की जाएगी। उन्होंने बताया कि पिछले साल भी गुरचक्क के अलावा अन्य स्थानों पर किसानों की जमीन को बचाने के लिए रावी दरिया पर तीन करोड़ के स्टड बनाए गए थे। उन्होंने कहा कि किसानों की पांच स्टड बनाने की मांग है। इसे बनाने का काम एक सप्ताह तक शुरू हो जाएगा।