जगदीश टाइटलर की नियुक्ति का विरोध किया
कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर सिखों पंजाबियों और भारतीयों के जख्मों पर नमक डाला है जो 37 साल से सिख नरसंहार से पीड़ित हैं।
संवाद सहयोगी, काहनूवान : कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर सिखों, पंजाबियों और भारतीयों के जख्मों पर नमक डाला है, जो 37 साल से सिख नरसंहार से पीड़ित हैं। 1984 के सिख दंगों के कथित आरोपित जगदीश टाइटलर को मानद उपाधि देकर कांग्रेस पार्टी ने एक बार फिर लाखों सिखों के दिलों को चकनाचूर कर दिया है। ये बातें डा. जसपाल सिंह पंधेर नेता अखिल भारतीय दंगा पीड़ित यूनियनों और वरिष्ठ उपाध्यक्ष दंगा पीड़ित संघ जिला गुरदासपुर और सहयोगियों ने संयुक्त रूप से कही।
उन्होंने कहा कि 1984 में राजीव गांधी और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं के नेतृत्व के अलावा कांग्रेस के गुंडों ने एक साजिश के तहत दिल्ली सहित पूरे भारत में सिखों का नरसंहार किया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने 1984 के बाद लगभग 20 वर्षो तक शासन किया। लेकिन किसी भी सिख नरसंहार के अपराधियों को कांग्रेस सरकारों द्वारा दंडित नहीं किया गया। इसके विपरीत कांग्रेस की अल्पसंख्यक विरोधी मानसिकता को गांधी परिवार और कांग्रेस गुट द्वारा विशेष आमंत्रित सदस्य के रूप में सिख दंगों के एक प्रमुख आरोपी जगदीश टाइटलर की नियुक्ति से याद दिलाया गया है। उन्होंने कहा कि वह पूरे पीड़ित परिवारों और सिख संगठनों की ओर से कांग्रेस की नियुक्ति और नीति की कड़ी निदा करते हैं। इस मौके पर बाबा शाम सिंह, बाबा सुरजीत सिंह, भाई चूनी लाल और संघ के अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित थे।