कर्फ्यू से शहर ठहरा, कोराना नहीं
गुरदासपुर में दो और लोगों की मौत हुई जबकि 87 नए संक्रमित भी सामने आए।
दो और लोगों की मौत, 87 नए संक्रमित भी सामने आए
------ संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : प्रदेशभर में दोबारा लगाए गए वीकेंड कर्फ्यू के पहले दिन शनिवार को गुरदासपुर जिला एक बार फिर ठहर सा गया। बाजार, कार्यालय, व्यवसायिक प्रतिष्ठान सब बंद रहे। हालांकि आवश्यक सेवाएं दूध, दवा, सब्जी, फल मेडिकल की दुकानें खुली रही और बसों का अवागमन भी जारी रहा लेकिन नियमों की उल्लंघना करने वाले लोग कर्फ्यू के बावजूद बाज नहीं आए। गुरदासपुर के विभिन्न थानों में उल्लंघन करने के 97 केस दर्ज किए गए। इनमें से अधिकतर की मौके पर ही जमानत हो गई। जिले के हर शहर और कस्बे के चौक चौराहों पर पुलिस बल तैनात रहा। उधर कोरोना का कहर जारी और शनिवार को दो लोगों की मौत हो गई। 87 नए मामले भी सामने आए। राहत की बात रही कि 83 लोग कोरोना से ठीक होकर घरों को भी लौटे।
गुरदासपुर के मेन बाजार, अमामवाड़ा चौक, लाइब्रेरी रोड, मंडी चौक, कालेज रोड, परशुराम चौक, मेहर चंद रोड, जेल रोड, रविदास चौक, बाजार, गीता भवन रोड,कलानौर रोड, बटाला रोड, तिब्बड़ी रोड में शनिवार को दिनभर सन्नाटा छाया रहा। आम दिनों में इन स्थानों पर लोगों का भारी अवागमन देखने को मिलता है। अकसर जाम की स्थिति भी पैदा हो जाती है लेकिन पूरा दिन ये बाजार सुनसान दिखे। पुलिस ने मुख्य बाजारों में बेरिकेडिंग कर बाहरी जिलों से आने वाले वाहनों की रोककर गहनता से जांच की।
क्या ऐसे टूटेगी कोरोना की चेन?
लोगों में अब मानों जैसे कोरोना का खौफ नहीं रहा। रोज औसतन 30 से 40 केस उल्लंघना के दर्ज हो रहे है। मौत का सिलसिला भी थमने का नाम नहीं ले रहा। सिविल सर्जन डॉ.किशन चंद ने बताया कि दोरांगला निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग की गुरदासपुर व कादियां के 50 वर्षीय एक व्यक्ति की अमृतसर में कोरोना से मौत हुई। दोरांगला निवासी बुजुर्ग सांस व कादियां का व्यक्ति हार्ट की बीमारी से ग्रस्त था। उनके अनुसार जिले में 56150 लोगों के कोरोना सैंपल लिए गए। उनमें से से 53737 लोगों की रिपोर्ट नेगिटेव आई है। 1476 लोग संक्रमित पाए गए। 1048 ठीक हो चुके हैं। अभी भी 398 एक्टिव केस हैं। जो नियम नहीं मानते, उन पर कार्रवाई सही
डीसी मोहम्मद इशफाक का कहना है कि जो लोग नियमों का पालन नहीं करते उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। महामारी की रोकथाम के लिए सभी का जागरूक होना जरूरी है। महामारी सभी के लिए घातक है, इसलिए सभी अपनी जिम्मेदारी को समझें।