सड़क पर शव रखकर लगाया जाम,एसएचओ, चौकी प्रभारी सहित तीन पर 302 का पर्चा दर्ज करने की मांग
अदालत में पेशी के दौरान शराब तस्करी में गिरफ्तार आरोपित नवदीप सिंह की रविवार को मौत हो गई थी।
जागरण टीम, बटाला : अदालत में पेशी के दौरान शराब तस्करी में गिरफ्तार आरोपित नवदीप सिंह की रविवार को मौत हो गई थी। सोमवार को इस मामले ने तूल पकड़ लिया। पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट परिजनों ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को कादियां चुंगी सड़क पर रखकर जाम लगाकर पुलिस प्रशासन के खिलाफ धरना दिया। दोपहर ढाई बजे जब जाम लगाया गया तो पुलिस प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। परिजनों का आरोप था कि नवदीप की मौत के पीछे उसके गांव के एक व्यक्ति, थाना श्री हरगोबिदपुर के एसएचओ, चौकी हरचोवाल के प्रभारी जिम्मेदार हैं। प्रदर्शनकारी इनके खिलाफ धारा -302 के तहत केस दर्ज करने की मांग की। एसपी (डी) तेजिदर सिंह हुंदल के आश्वासन पर शाम पांच बजे धरना खत्म किया गया। इससे पहले ज्यूडिशियल टीम सिविल अस्पताल पहुंची। उन्होंने नवदीप के परिजनों के बयान दर्ज किए।
सिविल अस्पताल में ज्यूडिशियल टीम की जांच-पड़ताल और पोस्टमार्टम के दौरान पुलिस प्रशासन की कार्रवाई से नवदीप के परिजन असंतुष्ट दिखे। पोस्टमार्टम के बाद कादियां चुंगी पर शव रखकर जाम लगा दिया। इस दौरान पुलिस प्रशासन के खिलाफ रोष जताया। जाम लगाने की सूचना मिलते ही एसपी (ऑपरेशन) वरिदरप्रीत सिंह, एसपी डॉक्टर बाल-कृष्ण सिगला, डीएसपी (सिटी) परविदर कौर, थाना सिटी एसएचओ मुख्तियार सिंह, थाना सिविल लाइन एसएचओ परमजीत सिंह, थाना रंगड़ नंगल एसएचओ बलजीत कौर भारी पुलिस पार्टी समेत मौके पर पहुंचे। एसपी तेजिदर सिंह हुंदल और डीएसपी परविदर कौर ने जांच करने के बाद कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। इसके बाद धरना हटा लिया गया। डीएसपी लखबीर सिंह संधू के मुताबिक परिवार ने ज्यूडिशियल टीम के साथ सहयोग नहीं करने के आरोप लगाए। उन्होंने परिवार द्वारा पुलिस मुलाजिमों पर लगाए आरोपों को सिरे से खारिज करते कहा कि पुलिस ने मृतक के इलाज कराने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। नवदीप के परिजनों ने सिविल अस्पताल में फ्रिजर खराब होने के भी आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जिस फ्रिजर में नवदीप का शव रखा गया वह बिल्कुल खराब था। शव से दुर्गध आने लगी है। अस्पताल के एसएमओ ने कहा कि फ्रिजर बिल्कुल ठीक है। नवदीप सिंह को श्री हरगोबिदपुर पुलिस ने अवैध शराब की 60 बोतल सहित गिरफ्तार किया था। दो दिन पहले उसकी तबीयत पुलिस हिरासत में खराब हो गई थी। तब सिविल अस्पताल बटाला में उसे दवा देकर वापस जेल भेजा गया था। रविवार को जब पुलिस उसे अदालत में पेश करने गई तो वहां पर उसकी मौत हो गई। नियमों की उड़ी धज्जियां
कोरोना काल के कारण पूरे देश में धरना-प्रदर्शन और मास्क लगाने, शारीरिक दूरी रखने आदि नियमों के पालन करने की सख्त हिदायतें जारी की गइ हैं। इसके बावजूद मृतक के परिजनों ने नियमों को ताक में रखते हुए पूरी धज्जियां उड़ाई। प्रदर्शन के दौरान यातायात भी जाम हो गया। चारों तरफ राहगीर और वाहन चालकों की भीड़ लग गई।
डीएसपी बोले-न्यायिक जांच की सिफारिश उन्होंने खुद की थी
श्री हरगोबिदपुर के डीएसपी तेजबीर सिंह ने सफाई दी कि मृतक का परिवार उनका बिल्कुल साथ नहीं दे रहा है। इस केस की ज्यूडिशियल जांच की सिफरिश उन्होंने खुद की थी। टीम ने परिवार से बयान लेने की कोशिश की तो उनका साथ भी नहीं दिया। कभी पुलिस और अस्पताल प्रशासन पर परिजन सवाल खड़े कर देता है यह सब आरोप परिवार द्वारा गलत लगाए गए हैं।