विकटेमाइजेशन रद नहीं करने पर भड़के अध्यापक
विकटेमाइजेशन (जबरन बदलियां) को रद नहीं करने पर शुक्रवार को अध्यापक भड़क गए।
जागरण संवाददाता, गुरदासपुर : विकटेमाइजेशन (जबरन बदलियां) को रद नहीं करने पर शुक्रवार को अध्यापक भड़क गए। जिले भर के अध्यापकों ने डेमोक्रेटिक टीचर्ज फ्रंट के आह्वान पर गुरु नानक पार्क के बाहर शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार का पुतला जलाकर प्रदर्शन किया। इस दौरान शिक्षा विभाग की नीतियों पर सवाल उठाए।
इस दौरान अध्यापक नेता हरजिदर सिंह वडाला बांगर, अमरजीत सिंह मनी, अमरजीत शास्त्री आदि ने बताया कि कुछ माह पहले वेतन कटौती का विरोध करने पर कई अध्यापकों का जबरन तबादला (विकटेमाइजेशन) कर दिया गया था। कइयों को टर्मिनेट भी किया गया था। इसका लगातार विरोध करने पर अध्यापक संगठनों के साथ चार मंत्रियों की सब कमेटी की बैठक हुई थी। उसमें विकटेमाइजेशन रद करने का फैसला लिया गया, लेकिन अब तक यह लागू नहीं किया गया है।
इन नेताओं ने कहा कि आदर्श स्कूल मैनेजमेंट (पीपीपी मोड) द्वारा किए जाते घपलों को उजागर करने के बदले नौ अध्यापक नेताओं को टर्मिनेट कर दिया गया था। शिक्षा विरोधी फैसलों के खिलाफ संघर्ष करने अध्यापक नेताओं जर्मनजीत सिंह, अश्वनी अवस्थी समेत पांच नेताओं को मुअत्तल कर दिया गया था। सांझा अध्यापक मोर्चा के कन्वीनरों सुखविदर सिंह चाहल व बलकार सिंह वल्टोहा को चार्जशीट में शामिल किया गया था। वेतन कटौती के फैसले का विरोध करने पर कई अध्यापकों का जबरन तबादला कर दिया गया था। जल्द मांगें नहीं मानने पर संघर्ष तेज करने की चेतावनी
इस दौरान उपकार सिंह, सतिदर, गुरदयाल चंद, सुखजिदर सिंह, बलविदर कौर, हरदीप राज, सतनाम सिंह, जमीत राज, अमरजीत सिंह, मनोहर लाल, रजिदर शर्मा आदि ने बताया कि शिक्षा सचिव कृष्ण कुमार अध्यापकों से धक्केशाही कर रहे हैं। वे गैर संवैधानिक ढांचे के माध्यम से फर्जी आंकड़े एकत्र करवा कर शिक्षा को तबाह कर रहे हैं। अध्यापकों को रेगुलर नहीं किया जा रहा, अस्थायी अध्यापकों पर नॉन टीचिग की रेगुलराइजेशन व अध्यापकों की उन्नतियों में बाधा डाली जा रही है। एसीपी लागू नहीं की जा रही। अध्यापक नेताओं ने चेतावनी दी कि जल्द इन मामलों का समाधान किया जाए नहीं तो संघर्ष को और तेज किया जाएगा।