अध्यापकों ने शिक्षा मंत्री का जलाया पुतला
मांगें नहीं मानने व संघर्ष करने पर गाली देने के विरोध में डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) पंजाब के बैनर तले अध्यापकों ने बुधवार को रोष रैली निकाली।
संवाद सहयोगी, गुरदासपुर : मांगें नहीं मानने व संघर्ष करने पर गाली देने के विरोध में डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ) पंजाब के बैनर तले अध्यापकों ने बुधवार को रोष रैली निकाली। इसके बाद गुरु नानक पार्क के बाहर पंजाब के शिक्षा मंत्री का पुतला जलाया।
डीटीएफ के प्रदेश संयुक्त सचिव व जिला प्रधान हरजिदर सिंह वडाला बांगर, जिला सचिव प्रिसिपल अमरजीत मनी व जिला प्रेस सचिव जमीत राज ने कहा कि पंजाब सरकार सरकारी स्कूलों में बुनियादी सुविधाएं देने की जिम्मेदारी से हाथ पीछे खींच रही है। स्मार्ट स्कूलों के नाम पर निजीकरण को बढ़ावा देकर आम लोगों से मुफ्त शिक्षा लेने का जम्हूरी अधिकार छीना जा रहा है। वेतन कटौती जैसे विरोधी फैसले रद करने, बेरोजगार अध्यापकों के लिए स्थायी रोजगार का प्रबंध करने, पुरानी पेंशन की बहाली, पेंडिग महंगाई भत्ता व वेतन कमिशन की रिपोर्ट लागू करने की बजाये विकास कर के माध्यम से आए दिन नया बोझ डाला जा रहा है। इस दौरान डॉ. सतिदर सिंह, उपकार सिंह वडाला बांगर, गुरदियाल चंद, हरप्रीत सिंह, रजिदर शर्मा, सतनाम सिंह, अमरजीत सिंह, प्रो. सरदूल सिंह चौहान, रजिदर सिंह, हरदीप राज, राज, बलविदर कौर व पुष्पा कुमारी ने नॉन टीचिग कर्मचारियों को पूरे वेतन स्केलों पर पक्का करने, विद्यार्थियों की वर्दी के लिए राशि में बढ़ोतरी करने, प्री-प्राइमरी के लिए अनावश्यक सुविधाएं जारी करने, मिडिल स्कूलों में पत्र जारी करने, सभी प्राइमरी स्कूलों में एचटी की पोस्ट देने, एसटीआर, आइईवी, ईजीएस, एआइई, शिक्षा प्रोवाइडर अध्यापकों को पूरे स्केल पर विभाग में लाने की ठोस नीति तैयार करने, सभी कैडरों की खाली पोस्टें रेगुलर व पूरे वेतन पर भर्ती करने के लिए विज्ञापन जारी करने, अध्यापकों को पैतृक जिलों में तबादला करवाने का विशेष अवसर देने अन्य अनावश्यक बंदिशें रद करने आदि मांगों को जोरदार ढंग से उठाया।
नेताओं ने शिक्षा मंत्री द्वारा प्रयोग की गई शर्मसार करने वाली शब्दावली की निदा करते हुए पंजाब सरकार से उन्हें शिक्षा विभाग से निकालने की मांग की। इस दौरान किरती किसान यूनियन के प्रांतीय उपाध्यक्ष रजिदर सिंह को झूठे आरोपों में गिरफ्तार करने की सख्त शब्दों में निदा करते हुए उन्हें तुरंत रिहा करने की मांग की गई। इस मौके पर मनोहर लाल, बलवीर चंद, रमनदीप सिंह, नरेश कुमार, संसार सिंह बरनाला, विजय कुमार, राजेश कुमार डाला, सतबीर सिंह, राकेश कुमार आदि उपस्थित थे।