साढ़े 18 साल की अरदास, Kartarpur Corridor खुलने के डेढ़ महीने बाद हुए दर्शन
भारत-पाक के बीच रास्ता खोलने की पिछले साढ़े 18 साल तक अरदास करने वाली श्री करतारपुर रावी दर्शन अभिलाषी संस्था के सदस्य वीरवार को गुरुद्वारा साहिब के दर्शन के लिए गए।
डेरा बाबा नानक [महिंदर सिंह अर्लीभन्न]। गुरुद्वारा श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए भारत-पाक के बीच रास्ता खोलने की पिछले साढ़े 18 साल तक अरदास करने वाली श्री करतारपुर रावी दर्शन अभिलाषी संस्था के सदस्य वीरवार को गुरुद्वारा साहिब के दर्शन के लिए गए। संस्था के सदस्य हर अमावस्या पर सीमा पर खड़े होकर रास्ता खुलने की अरदास करते थे। अब तक वह 226 बार अरदास कर चुके हैं।
डेरा बाबा नानक में कॉरिडोर खुलने के डेढ़ महीने के बाद संस्था के सदस्यों को श्री करतारपुर साहिब के दर्शन का मौका मिला है। वीरवार को कॉरिडोर के रास्ते 1500 श्रद्धालु पाकिस्तान गए। इस जत्थे में पूर्व मंत्री कुलदीप सिंह वडाला के पुत्र व नकोदर के विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला और संस्था के महासचिव गुङ्क्षरदर सिंह बाजवा भी शामिल थे।
कुलदीप सिंह वडाला ने 14 अप्रैल 2001 को श्री करतारपुर रावी अभिलाषी संस्था का गठन किया था। संस्था के सदस्य लगातार साढ़े 18 साल तक कॉरिडोर खोलने की अरदास करते रहे हैं। दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों को कई बार इस संबंध में मांग पत्र भी दिए गए। नौ नवंबर को कॉरिडोर खुलने पर रवाना हुए पहले जत्थे में संस्था का एक भी पदाधिकारी शामिल नहीं था।
पासपोर्ट की शर्त खत्म की जाए : विधायक वडाला
विधायक गुरप्रताप सिंह वडाला का कहना है कि पिता कुलदीप सिंह वडाला के प्रयासों से लंबे समय बाद अरदास पूरी हुई है। कई ऐसे लोग भी हैं, जो पासपोर्ट बनवाने में असमर्थ हैं। केंद्र सरकार पासपोर्ट की शर्त खत्म करे, ताकि सभी श्रद्धालु श्री करतारपुर साहिब के दर्शन कर पाएं।
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