कोरोना से लोगों को बचाना सबसे अधिक जरूरी
इस समय कोरोना वायरस से लोगों को बचाना सबसे अधिक जरूरी है।
बाल कृष्ण कालिया, गुरदासपुर
इस समय कोरोना वायरस से लोगों को बचाना सबसे अधिक जरूरी है। नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लाकडाउन को सख्ती से लागू करवाया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी गाइडलाइंस का पालन बहुत जरूरी है। ये बातें एसएसपी डाक्टर नानक सिंह ने विशेष बातचीत के दौरान कही।
एसएसपी ने कहा कि कोरोना के मरीजों की मृत्यु दर लगातार बढ़ रही है। इसके बावजूद भी जब पुलिस लोगों को अपने घरों में रहने के लिए कहती है तो लोग इस बात को नहीं मानते। इससे पुलिस को मजबूरन सख्ती करनी पड़ती है। कुछ लोग तो बिना वजह घरों से बाहर निकल कर बीमारी को खुद आमंत्रित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि करीब दो सप्ताह पहले वे खुद पुलिस कर्मचारियों के साथ नाइट कर्फ्यू को सख्ती से लागू करवाने के लिए बाजारों में पहुंचे थे। इसके कुछ ही दिनों के बाद वे खुद कोरोना संक्रमित हो गए तो खुद को सरकारी रिहाइश में क्वारंटाइन कर लिया। डाक्टर होने के कारण उन्होंने अपना इलाज खुद ही किया। इस दौरान वे विटामिन-सी, मल्टी विटामिन की गोलियां खाते रहे। भाप लेते रहे और गरम पानी से गरारे कर कोरोना को हराया। रिपोर्ट नेगेटिव आने तक वे घर में ही रहे और घर से ही पूरे जिले की कमान संभाली। पिछले माह अप्रैल में ही गुरदासपुर के एसएसपी का कार्यभार संभालने वाले 2011 बैच के आइपीएस अधिकारी डाक्टर नानक सिंह नाइट कर्फ्यू और वीकेंड लाकडाउन को सख्ती से लागू करवाने के लिए लगातार पुलिस कर्मचारियों पर नजर बनाए हुए हैं। पुलिस मुलाजिमों के परिवार को भी लगाए जा रहे टीके
एसएसपी ने बताया कि ड्यूटी के दौरान पुलिस मुलाजिमों को कई ऐसी जगहो पर जाना पड़ता है, जहां पर वे सावधानी नहीं रख पाते हैं। ऐसे में पुलिस कर्मचारी अगर पाजिटिव होते हैं तो सबसे पहले अपने परिवार को संक्रमित करेंगे। इसे देखते हुए उन्होंने पुलिस कर्मचारियों के परिवार को भी कोविड के टीके लगाने की मुहिम शुरू की है। सभी पुलिस कर्मचारियों के परिवारों को टीके लगाए जाएंगे। थानों में कोविड-19 के नियमों का किया जा रहा पालन
पुलिस मुलाजिमों को निर्देश दिए गए हैं थानों में कोविड-19 के नियमों का पालन किया जाए। शिकायत लेकर आने वाले हर व्यक्ति के हाथों को सैनिटाइजर करवाया जाए। सुरक्षा के लिहाज से पुलिस कर्मचारी खुद भी शारीरिक दूरी व अन्य नियमों का पालन करें। गुरदासपुर के दो पुलिस मुलाजिम कोरोना वायरस से अपनी जान गंवा चुके हैं। ऐसे में सभी पुलिस मुलाजिमों को अपनी सेहत का ध्यान रखना चाहिए। हृदय रोग, शुगर, हाई ब्लड प्रेशर की बीमारियों से ग्रस्त पुलिस मुलाजिम अधिक सावधानी बरतें। हालांकि इन बीमारियों से पीड़ित मुलाजिमों को फ्रंट लाइन पर काम करने नहीं दिया जा रहा है। जिले को अपराध मुक्त करना बड़ी चुनौती
जिले को नशे और अपराध से मुक्त करना बड़ी चुनौती है। यह तभी हो सकेगा, जब लोग पुलिस का सहयोग करेंगे। नशे की सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाता है। ऐसे ही अगर कोई आपराधिक तत्व हुड़दंग मचाने की कोशिश करेगा तो पुलिस किसी भी कीमत पर उसे बर्दाश्त नहीं करेगी।