प्रदर्शन के बाद निगम कर्मियों ने जाम सीवरेज खोला
नेहरू गेट के भीतर चक्करी बाजार में रोजाना गंदा पानी इकट्ठा होता है।
संजय तिवारी, नरेश भनोट, बटाला
नेहरू गेट के भीतर चक्करी बाजार में रोजाना गंदा पानी इकट्ठा होता है। इससे दुकानदार काफी परेशान हैं। उधर, शहर के विभिन्न धार्मिक स्थल जाने वाले श्रद्धालु भी इसी बाजार से गुजरते हैं, जिन्हें गंदे पानी से गुजरना पड़ता है। बुधवार को दुकानदारों के समर्थन में शिवसैनिकों ने प्रशासन के खिलाफ इस समस्या को लेकर रोष जताया। दुकानदारों ने भी नगर निगम के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
शिवसेना बाल ठाकरे के पंजाब उपाध्यक्ष रमेश नैय्यर भी अपने साथियों सहित मौके पर पहुंचे और डीसी मोहम्मद इशफाक से फोन पर बात कर उन्हें स्थिति से अवगत कराया। डीसी ने दुकानदारों को चंद ही मिनटों में इसके खिलाफ एक्शन लेने की बात कही। इसके बाद नगर निगम के सफाई सेवक नेहरू गेट पहुंचे और जाम सीवरेज को खोलकर इकट्ठे हुए पानी को सुचारू कर दिया। 26
रोज आती है समस्या : रमेश नैय्यर
शिवसेना बाल ठाकरे पंजाब के उपाध्यक्ष रमेश नैय्यर ने कहा कि नेहरू गेट का यह रास्ता शहर के सभी प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों प्राचीन सिद्ध पीठ माता काली द्वारा मंदिर, श्री हनुमान जी मंदिर, श्री राधा कृष्ण मंदिर, श्री भैरव मंदिर, माई पागा मंदिर, गुरुद्वारा साहेब श्री कंध साहिब, श्री डेरा साहिब को जाता है। यहां से रोजाना आम ग्राहकों के अतिरिक्त सैकड़ों श्रद्धालु इन धार्मिक स्थलों के दर्शन करने जाते हैं। नवरात्र के दिनों में इन मंदिरों में जाने वाले श्रद्धालुओं की संख्या आम दिनों के बजाए दोगुनी हो जाती है। 23
गंदा पानी सीवरेज के बजाय बाजार में ठहर जाता है : त्रिलोक सिंह
दुकानदार त्रिलोक सिंह ने बताया कि नालियों के पानी निकासी के लिए लगाए गए जंगलों पर पालीथिन और दूसरा कचरा रोजाना फंस जाता है। इस कारण गंदा पानी सीवरेज में ना जाकर बाजार में ठहर लगता है। इस कारण दुकानदारों को तो परेशानी होती ही है, पानी देखकर ग्राहक भी चक्करी बाजार में प्रवेश करने से पहले 100 बार सोचते हैं। इस कारण दुकानदारों की दुकानदारी नित्य प्रभावित हो रही है। 25
समस्या का समाधान करे प्रशासन : संजीव गुलाटी
चक्करी बाजार में एनकों का कारोबार करने वाले संजीव गुलाटी ने कहा कि पहले यह समस्या लोगों द्वारा दुकानों के आगे कूड़ा फेंकने से आती थी। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि समस्या का जल्द समाधान किया जाए।