नोटिफिकेशन जारी करने की मांग पर अड़े सफाई कर्मी
अपनी मांगों को लेकर कादियां के सफाई कर्मचारी पिछले कई दिनों से हड़ताल पर हैं सफाई व्यवस्था चरमरा गई है।
संवाद सहयोगी, कादियां : अपनी मांगों को लेकर कादियां के सफाई कर्मचारी पिछले कई दिनों से हड़ताल पर हैं, जिस कारण शहर में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। जगह जगह गंदगी के ढेरों से बदबू फैला रही है। लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
नगर कौंसल की बजट बैठक के बाद पिछले दिनों हलका विधायक फतेहजंग सिंह बाजवा ने सफाई कर्मचारियों से कहा था कि उन्हें पक्का करने के लिए पंजाब सरकार शीघ्र ही नोटीफिकेशन जारी कर रही है। इस लिए वह अपनी ड्यूटी पर लौट जाएं, मगर सफाई कर्मचारी यूनियन के प्रधान नंद लाल का कहना है कि जब तक नोटीफिकेशन की कापी नहीं मिल जाती, वो अपनी हड़ताल समाप्त नहीं करेंगे। इसी बीच आम नागरिकों का गुस्सा भी सरकार व सफाई कर्मचारियों पर फूट रहा है। शहर के अधिकतर लोगों का कहना है कि प्रशासन कई दिनों तक मूक दर्शक बना हुआ है, क्योंकि सफाई कर्मचारी जो पक्के किए जाने की मांग कर रहे थे। उनकी मांगों के बारे में शीघ्र विचार करना चाहिए था जबकि कोरोना महामारी से जहां पूरा देश जूझ रहा है, वहीं सफाई कर्मचारियों की हड़ताल के कारण शहर में कूड़े के ढेरों से बदबू और इंफेक्शन फैल रही है। जिसका लोगों की सेहत पर दुष्प्रभाव पड़ रहा है। अब लोग बीमार होने शुरू हो चुके हैं। शहर में सफाई व्यवस्था बिगड़ने के कारण संक्रामक बीमारी फैलने का खतरा है। खिलाड़ियों पर लाठीचार्ज निंदनीय : बब्बेहाली
शिरोमणि अकाली दल के जिला प्रधान व पूर्व संसदीय सचिव गुरबचन सिंह बब्बेहाली ने कहा कि राज्य में कैप्टन की अध्यक्षता वाली कांग्रेस सरकार जुल्म की सभी हदें पार करती जा रही है। इसकी ताजा मिसाल विशेष जरुरत वाले खिलाड़ियों (पैरा ऐथलीट) पर सीम कैप्टन अमरिदर की रिहायश के समक्ष पुलिस द्वारा किया गया लाठीचार्ज है, जो निदनीय है। बब्बेहाली ने कहा कि इन खिलाड़ियों का कसूर केवल इतना था कि वह पंजाब में विधायकों के बेटों को नौकरी देने का विरोध कर रहे थे तथा खुद के लिए नौकरी की मांग कर रहे थे। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खिलाड़ी भी थे,जो देश के लिए कई पदक जीतकरपंजाब का नाम रोशन कर चुके हैं।