रूरल फार्मासिस्टों ने पीपे बजाकर सरकार के खिलाफ निकाला रोष
संवाद सहयोगीगुरदासपुर अपनी सेवाएं रेगुलर कराने की मांग को लेकर रूरल फार्मासिस्टों और
संवाद सहयोगी,गुरदासपुर
अपनी सेवाएं रेगुलर कराने की मांग को लेकर रूरल फार्मासिस्टों और दर्जा चार कर्मियों का जिला स्तरीय धरना 46वें दिन को प्रवेश कर दिया। स्थानीय जिला परिषद कार्यालय के बाहर पिछले डेढ़ माह से मोर्चा लगाकर बैठे प्रदर्शनकारियों ने सोई पंजाब सरकार के कानों तक अपनी आवाज पहुंचाने का अलग ढंग अपनाया। प्रदर्शनकारियों ने सड़कों पर उतर पीपे खड़काकर पंजाब सरकार
के खिलाफ रोष व्यक्त किया। इस दौरान जिलाध्यक्ष बिक्रमजीत सिंह ने कहा कि पिछले 15 वर्षों से बतौर ग्रामीण फार्मासिस्ट और दर्जा चार कर्मियों सेवा निभाने के बावजूद उन्हें रेगुलर नहीं किया जा रहा है। सरकार के कानों तक अपनी आवाज पहुंचाने के लिए पिछले 46 साल से पक्का मोर्चा लगाकर संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन कोई सुनवाई होती नहीं दिख रही।
उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार के रवैये से तंग आकर संगठन ने स्थगित किए संघर्ष को दोबारा शुरु करने का फैसला किया है। इस तहत दस अगस्त को पंचायत मंत्री की कादियां रिहायश पर प्रदेश स्तरीय रैली कर पक्का मोर्चा लगाया जाएगा। उन्होंने चेताया कि यदि पुलिस प्रशासन धक्केशाही करती है तो इस आंदोलन में अपने परिवारों समेत शामिल प्रदेश भरे हजारों फार्मासिस्ट/दर्जा चार कर्मी सामूहिक गिरफ्तारियां देंगे। जबकि दूसरे पड़ाव मुताबित 15 अगस्त को पंचायत
मंत्री द्वारा गुरदासपुर में तिरंगा ध्वजारोहन की रस्म पर समूह मुलाजिमों द्वारा शहर में काली झंडिया लेकर फ्लैग मार्च किया जाएगा। इसके बावजूद यदि पंचायत मंत्री मांगों को मंजूर नहीं करते तो मुलाजिमों द्वारा कादियां में मरणव्रत किया जाएगा, जिसके नतीजों की जिम्मेदार पंजाब सरकार और पंचायत मंत्री होंगे। उन्होंने कहा कि फार्मासिस्टों द्वारा कोविड ड्यूटी ना किए जाने पर सेहत विभाग के एडिशनल मुख्य सचिव के निर्देशों तहत सेहत विभाग ने कोविड में अस्थायी ड्यूटी वालंटियर फार्मासिस्ट 35 हजार रुपए माह पर नए भर्ती किए गए हैं। लेकिन दूसरी तरफ पिछले डेढ़ दशकों से विभाग में उच्च
अनुभव रखने वाले फार्मासिस्टों को महज 10 हजार रुपए माह दिया जा रहा, जोकि नाइंसाफी है। उन्होंने बताया कि 10 अगस्त को सभी मुलाजिम अपने परिवारों समेत कादियां में शक्ति प्रदर्शन कर पंचायत मंत्री की कोठी की तरफ कूच करेंगे। साथ ही 15 अगस्त आजादी दिवस पर मंत्री को काली झंडियां दिखाकर स्वागत किया जाएगा। फार्मेसी अधिकारी बलजीत सिंह, गुरजीत सिंह भिडर, हरविदरपाल सिंह, सुरिदर पाल, गुरमीत सिंह, गोपाल दास, सर्बजीत कौर, रविदर कौर, रणजीत कौर, परमिदर सिंह भुल्लर आदि मौजूद थे।